नईदिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी मामले में एक नया अपडेट आया है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अगली इमर्जेंसी मीटिंग की तारीख बढ़ाकर 5 दिसंबर कर दी है. इससे पहले बीते शुक्रवार हुई बैठक शुरू होने के महज 15 मिनट बाद ही समाप्त कर दी गई थी. अब 5 दिसंबर को होने वाली मीटिंग इसलिए भी महत्वपूर्ण होगी क्योंकि यह नए ICC चेयरमैन जय शाह की लीडरशिप में पहली बैठक होगी. पुरानी लीडरशिप में चैंपियंस ट्रॉफी मामला बढ़ता ही जा रहा था, जिसके कारण विवाद बढ़ता ही चला गया.
भारत-पाकिस्तान मसला अभी सुलझा नहीं है और दोनों पक्षों में जगह और फॉर्मेट को लेकर जद्दोजहद छिड़ी है. 5 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में BCCI और PCB, दोनों अपनी-अपनी सरकार का पक्ष रख सकती हैं. यह भी अपडेट सामने आया है कि भारत और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी आमने-सामने बैठकर इस विषय पर बात कर सकते हैं. वहीं यदि बैठक से पूर्व दोनों पक्ष कोई अन्य समझौता कर लेते हैं, तो शायद आईसीसी को मीटिंग करवाने की जरूरत ना पड़े. अगर इस आगामी बैठक के बाद भी कोई सहमति नहीं बन पाती है तो ICC अपना निर्णायक फैसला सुनाएगा.
अब तक कहां तक पहुंची बात?
भारत सरकार ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था. पीसीबी पर लगातार दबाव बढ़ रहा था और ऐसे में वो हाइब्रिड मॉडल के लिए मान तो गया, लेकिन कुछ शर्तें भी सामने रखी गईं. पहली शर्त अनुसार पाकिस्तान ने होस्टिंग के लिए मिले पैसे के अलावा 65 मिलियन यूएस डॉलर्स ज्यादा रकम की मांग की थी. दूसरी शर्त यह थी कि अगले 3 साल में भारत में जो भी ICC इवेंट होता है, उनमें पाक टीम के लिए भी हाइब्रिड मॉडल को लागू किया जाना चाहिए. पाकिस्तान ने न्यूट्रल वेन्यू के रूप में दुबई का नाम पेश किया था, लेकिन BCCI ने इस ऑफर को ठुकरा दिया है. कुल मिलाकर देखा जाए तो चैंपियंस ट्रॉफी मामला आगे बढ़ा ही नहीं है.