छत्तीसगढ़

‘हमारी कई वर्षों से बात नहीं हुई…उन्होंने फोन नहीं उठाया’, हरभजन ने धोनी पर साधा निशाना

नईदिल्ली : भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि वह और एमएस धोनी एक दूसरे से बात नहीं करते हैं। भज्जी ने खुलासा किया है कि उन्हें एमएस धोनी के साथ कोई समस्या नहीं है, लेकिन वह और भारत के पूर्व कप्तान अब दोस्त नहीं हैं। हरभजन सिंह और धोनी 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के अभिन्न अंग थे। धोनी ने इन दोनों टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कप्तानी की थी। वहीं, भज्जी ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने 2007 टी20 विश्व कप में सात और 2011 वनडे विश्व कप में नौ विकेट लिए थे।

हरभजन ने किए कई बड़े खुलासे
हरभजन ने खुलासा किया कि वह और एमएस धोनी चेन्नई सुपर किंग्स में अपने वर्षों के दौरान सिर्फ स्टेडियम में बात करते थे और मैदान के बाहर दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं होती थी। हरभजन 2018-2020 के बीच चेन्नई स्थित फ्रेंचाइजी के लिए खेले। उन्होंने आगे कहा कि वह केवल उन लोगों को फोन करते हैं जो उनके कॉल उठाते हैं।

भज्जी और धोनी में नहीं होती बातचीत
उन्होंने कहा, ‘नहीं, मैं धोनी से बात नहीं करता। जब मैं सीएसके में खेल रहा था, तब हमने बात की थी, लेकिन इसके अलावा हमने बात नहीं की है। 10 साल से ज्यादा समय बीत चुका है। मेरे पास उनसे बात करने का कोई कारण नहीं है, शायद वह करते हों कॉल। मैं नहीं जानता कि इसके पीछे क्या वजह है। जब हम सीएसके में आईपीएल में खेल रहे थे, तब हम बात करते थे और वह भी मैदान तक ही सीमित थी। उसके बाद न वह मेरे कमरे में कभी आए, न ही मैं उनके पास गया।’

‘मैं उनसे बात नहीं करता जो कॉल नहीं उठाते’
भज्जी ने कहा, ‘मेरे पास उनके खिलाफ कुछ भी नहीं है। यदि उन्हें कुछ कहना है तो वह मुझे बता सकते हैं। लेकिन अगर उनके पास बात करने के लिए कुछ होता तो उन्होंने मुझे अब तक बता दिया होता। मैंने कभी उन्हें फोन करने की कोशिश नहीं की क्योंकि मुझमें बहुत जुनून है। मैं केवल उन लोगों को फोन करता हूं जो मेरा फोन उठाते हैं। मेरे पास अन्यथा समय नहीं है। मैं उन लोगों के संपर्क में रहता हूं जिनके साथ मैं दोस्त हूं। एक रिश्ते में हमेशा दोनों पक्षों के सहयोग की जरूरत होती है। अगर मैं आपका सम्मान करता हूं, तो मुझे आशा है कि आप मेरा सम्मान करेंगे या आप मुझे जवाब देंगे। अगर मैं आपको एक या दो बार कॉल करता हूं, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, तो मैं शायद आपसे उतना ही मिलूंगा जितना मुझे चाहिए होगा।’

2021 में भज्जी ने क्रिकेट से संन्यास लिया
हरभजन और धोनी ने आखिरी बार 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच में एक साथ भारत का प्रतिनिधित्व किया था। 2015 विश्व कप के बाद हरभजन और युवराज सिंह को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। हरभजन 2015 के बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल सके। उन्होंने 2021 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की।

धोनी को लेकर हरभजन के बदलते रहते हैं सुर
भारत के दो पूर्व क्रिकेटर्स हरभजन सिंह और महेंद्र सिंह धोनी के बीच विवाद की खबरें कई बार सामने आ चुकी हैं। हरभजन ने कई बार अपने बयान से भारत के पूर्व कप्तान पर निशाना साधा था। रिटायरमेंट के बाद हरभजन ने राष्ट्रीय टीम से खुद को बाहर किए जाने को लेकर कई बयान दिए थे। एक इंटरव्यू के दौरान भज्जी ने कहा था कि उन्हें लगता है कि वह कुछ और साल क्रिकेट खेल सकते थे। हालांकि, उन्हें टीम मैनेजमेंट की ओर से उस प्रकार समर्थन नहीं मिला, जैसा एमएस धोनी को मिला था। साथ ही कप्तानी को लेकर भी हरभजन ने कई बयान दिए थे। 

भज्जी ने अपने दिए गए बयानों से लिया यू टर्न
इसके बाद पिछले साल मार्च में एक और इंटरव्यू में भज्जी ने अपने दिए गए बयानों से यू टर्न ले लिया था और कहा था कि उन्हें धोनी से कोई शिकायत नहीं है और दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। हरभजन ने कहा था- मुझे एमएस धोनी से समस्या क्यों होगी? हमने भारत के लिए काफी क्रिकेट खेली है और हम बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं और अब भी हैं। वह अपने जीवन में व्यस्त हो गए और मैं अपने जीवन में व्यस्त हो गया। हम बहुत बार नहीं मिलते, लेकिन संबंध में कोई दरार नहीं है।