नई दिल्ली । संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने हाल ही में पर्यटकों के लिए अपने वीजा नियमों में कड़े बदलाव किए हैं, जिसके चलते भारतीय पर्यटकों को वीजा आवेदन में मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। अब दुबई जाने के लिए वीजा हासिल करने पहले के मुकाबले कहीं अधिक कठिन हो गया है। पहले करीब 99 फीसदी वीजा आवेदन स्वीकार कर लिए जाते थे। लेकिन अब वीजा आवेदनों को खारिज करने की दर काफी बढ़ गई है।
वीजा खारिज होने की दर में वृद्धि
पहले जहां वीजा आवेदन खारिज होने की दर 1-2 फीसदी होती थी, वहीं अब यह दर रोजाना 5-6 फीसदी तक पहुंच गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 100 वीजा आवेदन में से रोजाना 5-6 वीजा आवेदन खारिज हो रहे हैं। इस नई स्थिति के कारण पर्यटकों को न केवल वीजा शुल्क का नुकसान हो रहा है। बल्कि उन्होंने जो उड़ान का टिकट और होटल की बुकिंग पहले कर रखी थी, उस पर भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
नए नियमों के तहत जरूरी दस्तावेज
रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई ने पर्यटकों के लिए नए वीजा नियम लागू किए हैं। जिसके तहत पर्यटकों को अपनी होटल बुकिंग और वापसी की टिकट की जानकारी पेश करनी होती है। अगर पर्यटक अपने परिजनों के साथ ठहरने जा रहे हैं, तो उन्हें अपने मेजबान से ठहरने का प्रमाण-पत्र भी पेश करना पड़ता है। इसके अलावा, पर्यटकों को यह भी साबित करना होता है कि उनके पास दुबई में रहने के लिए पर्याप्त बैंक बैलेंस है।
आर्थिक नुकसान की चिंताएं बढ़ीं
पासियो ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेश निखिल कुमार ने कहा कि कई मामलों में होटल की पुष्टि और उड़ान टिकट जैसे जरूरी दस्तावेजों के बावजूद वीजा आवेदन खारिज हो रहे हैं। कुछ मामलों में जब यात्री अपने परिजनो के पास ठहरने के लिए जा रहे होते हैं और उन्होंने मेजबान का किरायेदारी समझौता, अमीरात का पहचान पत्र, रेजिडेंस वीजा की प्रतिलिपि और संपर्क विवरण जैसे जरूरी विवरण भी लगाए होते हैं। फिर भी उनका वीजा आवेदन खारिज हो जाता है। उन्होंने बताया कि इन सभी मामलों में यात्रियों ने पहले से उड़ान का टिकट और होटल की बुकिंग के लिए भुगतान किया था। फिर भी उनका वीजा आवेदन खारिज कर दिया गया।
वीजा खारिज होने के बाद परेशानी
विहार ट्रैवल्स के निदेशकर ऋषिकेश पुजारी ने उदाहरण देते हुए बताया कि एक परिवार ने पूरी तरह से तैयार होकर सभी जरूरी दस्तावेज लगाए थे। फिर भी उनका वीजा आवेदन खारिज हो गया। इसके अलावा, एक अन्य घटना में 35 लोगों के एक समूह का दुबई यात्रा का कार्यक्रम एक सदस्य का वीजा आवदेन खारिज होने के कारण रद्द हो गया।
वहीं, पुणे ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निलेश भंसाली ने कहा, यात्रियों को कभी भी फर्जी उड़ान का टिकट या दस्तावेज वीजा आवेदन में नहीं लगाना चाहिए। दुबई इस मामले में बहुत सख्त है और वीजा खारिज होने से भविष्य में यात्रा करने में समस्या पैदा हो सकती है। मेरा सुझाव है कि यात्री फर्जी टिकट और होटल बुकिंग से बचें।
यूएई के नए वीजा नियम
यूएई ने अपने नए वीजा नियमों को कड़ा किया है। अब पर्यटकों को अपनी होटल बुकिंग, उड़ान की टिकट और वापसी की टिकट का प्रमाण आव्रजन विभाग के पोर्टल पर अपलोड करना होता है। इसके अलावा, यात्रियों को यह भी साबित करना होता है कि उनके पास दुबई में रहने के लिए पर्याप्त बैंक बैलेंस है। इसके लिए उन्हें पिछले तीन महीनों के बैंक स्टेटमेंट और 50 हजार रुपये का न्यूनतम बैलेंस दिखाना होता है।