मुम्बई : महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने सोमवार को उप मुख्यमंत्री अजित पवार पर तंजा कसा। उन्होंने कहा कि महायुति ‘लड़की बहिन योजना’ से सत्ता में आई, लेकिन अब यह ‘लड़का भाई’ के लिए काम कर रही है। पटोले ने यह टिप्पणी तब की जब दिल्ली की एक अदालत ने अजित पवार और उनके परिवार पर लगे बेनामी संपत्ति के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज किया।
पटोले ने सीधे तौर पर पवार का नाम नहीं लिया, लेकिन विधानसभा भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘महायुति का दावा है कि वह लड़की बहिन योजना की वजह से सत्ता में आई। लेकिन अब जब चुनाव खत्म हो गए हैं तो ‘लड़की बहन’ की जरूरत नहीं रही। अब वे ‘लड़का भाई’ के लिए काम कर रहे हैं।’
पटोले ने आरोप लगया कि (मुख्यमंत्री) देवेंद्र फडणवीस की सरकार के सत्ता में आने के कुछ हि दिनों बाद ‘लड़का भाई’ को एक हजार करोड़ रुपये की संपत्ति से जुड़े मामले में क्लीन चिट मिल गई। उन्होंने कहा, यह सरकार स्पष्ट रूप से अपने चहेतों के लिए काम कर रही है। यह तो शुरुआत है, आगे क्या होता है, देखते रहिए।
कांग्रेस नेता ने विधानसभा चुनाव में अपने बेहद कम अंतर (208 वोटों) से जीत को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से की गई टिप्पणियों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ऐसी टिप्पणियां मतदाताओं के फैसले का मजाक उड़ाती हैं और जन भावनाओं की अनदेखी करती हैं। सत्ता के इस अहंकार को स्वीकार नहीं किया जा सकता। मतदाता लोकतंत्र के असली राजा हैं और उन्हें यह हक है कि वे पूछे कि उनके वोट कहां गए।
पटोले ने यह भी कहा कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उप सभापति का पद मिलना चाहिए, जैसा कि महाराष्ट्र विधानमंडल की परंपरा रही है। उन्होंने कहा, जब कांग्रेस के पास विधानसभा में बहुमत था, तो हम विपक्षी दलों का सम्मान करते थे। नेता प्रतिपक्ष का पद बिना संख्या पूछे दिया जाता था। मैंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मुद्दे पर चर्चा की है और मुझे उम्मीद है कि नागपुर सत्र (16 दिसंबर से शुरू) में यह पद प्रदान किया जाएगा।