नईदिल्ली : मोहम्मद शमी पूरी तरह फिट हैं या नहीं, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय स्क्वाड को जॉइन करेंगे या नहीं? ऐसे ही कई सवालों का जवाब जानने के लिए भारतीय फैंस बहुत उत्सुक हैं. उन्होंने बंगाल के लिए खेलते हुए पहले रणजी ट्रॉफी 2024/2025 में बढ़िया खेल दिखाया और अब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी कहर बरपा रहे हैं. मगर इस सबसे पहले आइए जान लेते हैं कि शमी के साथ समस्या क्या है और ऐसी क्या गंभीर चोट है जिसके चलते वो टीम इंडिया में वापसी नहीं कर पा रहे हैं.
शमी को 2023 एकदिवसीय वर्ल्ड कप के दौरान टखने में चोट आई थी और उसके बाद घुटने की चोट के कारण वो करीब एक साल तक क्रिकेट के मैदान से दूर रहे. इसी चोट के कारण वो IPL 2024 में भी नहीं खेल पाए थे. इस बीच उन्हें दर्द की समस्या भी हुई, जिसके कारण वो रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ मैच नहीं खेल पाए थे. फिटनेस समस्याओं के कारण ही उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय स्क्वाड में जगह नहीं मिली थी.
क्यों हुई वापसी में देरी?
मोहम्मद शमी की टखने की चोट लगभग ठीक हो गई थी, लेकिन घुटने की चोट समय के साथ गंभीर होती चली गई. इसी बीच एडिलेड टेस्ट के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शमी की फिटनेस पर चिंता व्यक्त की थी. एक तरफ उनकी वापसी की अटकलें तेज हो रही हैं, लेकिन साथ ही उन्हें घुटने की सूजन की समस्या भी बार-बार सताती रही है. ऐसे में संभवतः उनके लिए 5 दिन तक चलने वाला टेस्ट मैच खेलना संभव नहीं है.
शमी फिलहाल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में बंगाल टीम के लिए खेल रहे हैं. उन्होंने प्रीक्वार्टरफाइनल मुकाबले में चंडीगढ़ के खिलाफ 17 गेंद में 32 रन की तूफानी पारी खेलने के अलावा गेंदबाजी में एक विकेट भी लिया. फिटनेस की बात करें तो शमी फिट नजर आते हैं, लेकिन रन-अप को देखकर पता चलता है कि वो पूरी ताकत के साथ नहीं भाग पा रहे हैं. ऐसे में सवालिया निशान हैं कि शमी शायद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में नहीं खेल पाएंगे.