नईदिल्ली : सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली. दोनों साथ-साथ पढ़े, साथ-साथ खेले. साथ ही साथ रिकॉर्ड भी बनाया. 90 के दशक में भारतीय क्रिकेट में दोनों नई ऊंचाइयों को छूते भी एक जैसे ही दिखे. लेकिन जैसी शुरुआत रही करियर का अंत वैसा नहीं हो सका. सचिन उस रेस में फिर काफी आगे निकल गए. वहीं कांबली का करियर 21वीं सदी में कदम रखने से पहले ही हिचकोले खाकर थम गया. सचिन से एक साल बाद डेब्यू करने वाले विनोद कांबली ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2000 में खेला. वहीं, सचिन ने 2013 में अपने करियर को अलविदा कहा. रिटायरमेंट के बाद सचिन और कांबली दोनों को BCCI से पेंशन मिलती है. हालांकि, दोनों की पेंशन की रकम में फर्क है.
सचिन को कांबली से मिलती है इतनी ज्यादा पेंशन
सचिन तेंदुलकर को विनोद कांबली के मुकाबले ज्यादा पेंशन मिलती है. लेकिन, सवाल है कितनी ज्यादा? सचिन और कांबली को मिलने वाली पेंशन में कितने रुपयों का फर्क है. BCCI से हर महीने मिलने वाली दोनों की पेंशन में 20000 रुपये का फर्क है. सीधे शब्दों में कहें तो हर महीने सचिन को कांबली से 20000 रुपये BCCI ज्यादा देती है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक सचिन तेंदुलकर को हर महीने BCCI से पेंशन की जो रकम मिलती है, वो 50000 रुपये है. वहीं, विनोद कांबली को हर महीने BCCI से 30000 रुपये मिलते हैं यानी कि पूरे 20000 रुपये कम. मौजूदा वक्त में कांबली जिस तरह के हालातों से गुजर रहे हैं, उसमें BCCI से मिलने वाली पेंशन ही उनके इनकम का एकमात्र जरिया है. वहीं सचिन उस पेंशन की रकम के अलावा 1400 करोड़ की संपत्ति के मालिक भी हैं.
क्रिकेट में फर्क का असर कांबली और सचिन की पेंशन पर
भारतीय क्रिकेट में विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर के बीच बड़ा फर्क है. कांबली ने सिर्फ 9 साल तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला, वहीं सचिन दो दशक से भी ज्यादा समय तक जमे रहे. कांबली ने भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे खेले, जिसमें कुल मिलाकर उन्होंने 3500 से ज्यादा रन बनाए. वहीं सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट, 463 वनडे और 1 T20I खेला. इस दौरान उन्होंने कुल मिलाकर 34357 रन बनाओ और 100 शतक जड़े. विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर के बीच क्रिकेट के इसी फर्क का असर उन दोनों को मिलने वाली पेंशन पर भी दिखता है,