नईदिल्ली : लोकसभा में बुधवार को टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर विवादित टिप्पणी की। इसे लेकर भाजपा सांसदों ने सदन में हंगामा किया। इसके चलते सदन की कार्रवाई दो बार कुछ देर के लिए स्थगित की गई। मगर भाजपा सांसदों के हंगामे के बाद कार्यवाही को अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने टीएमसी सांसद की टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने के निर्देश दिए हैं। उधर, भाजपा की महिला सांसदों ने केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू से मुलाकात करके टीएमसी सांसद की शिकायत की।
लोकसभा में बुधवार को आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा चल रही थी। इस चर्चा में भाग लेते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीमएसी) सांसद कल्याण बनर्जी ने केंद्र सरकार पर कोरोना महामारी के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार की मदद न करने का आरोप लगाया। उनकी बात का केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विरोध किया। इसे लेकर दोनों में तीखी नोंक-झोक होने लगी। बनर्जी ने सिंधिया के खिलाफ विवादित टिप्पणी की।
इसके बाद भाजपा सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया तो सदन की कार्यवाही को दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अपने खिलाफ किए गए हमले और भारत की महिलाओं के खिलाफ दिए गए बयान पर सांसद की माफी स्वीकार नहीं करेंगे। सिंधिया ने कहा कि हम इस सदन में शुद्ध हृदय से देश के विकास की भावना के साथ आते हैं। हम यहां आत्म-सम्मान की भावना से भी आते हैं और यदि कोई भी आत्म-सम्मान पर निजी हमले करेगा तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सिंधिया ने कहा कि आप हमारी नीतियों, हमारे विचारों पर हमला कीजिए। लेकिन निजी हमला करने पर जवाब के लिए तैयार रहिए। बनर्जी ने माफी मांगी है, लेकिन उन्होंने मेरे खिलाफ निजी टिप्पणी की और भारत की महिलाओं के खिलाफ जो शब्द बोले, उसके कारण मुझे उनकी माफी स्वीकार नहीं।
पीठासीन सभापति ए राजा ने कहा कि अध्यक्ष बिरला ने यह मामला दोनों पक्षों के बीच सुलझाने को कहा है। भाजपा के सदस्यों ने इस पर हंगामा किया और पीठासीन सभापति ने कार्यवाही करीब 4.43 बजे शाम पांच बजे तक स्थगित कर दी। पांच बजे तक दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो पीठासीन सभापति ने आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा में भाग लेने के लिए समाजवादी पार्टी के सदस्य राम शिरोमणि वर्मा का नाम पुकारा। मगर सत्तापक्ष के सदस्य बनर्जी की टिप्पणी को लेकर विरोध जताते रहे। इसके बाद सदन की कार्यवाही एक मिनट के अंदर ही गुरुवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई।