नईदिल्ली : एक बार फिर से टीम इंडिया की निगाहें ‘गाबा’ फ़तेह करने पर टिकी हुई है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिसबेन के गाबा स्टेडियम में खेला जाएगा. साल 2021 में टीम इंडिया ने इस मैदान पर जीत हासिल की थी. एक बार भारतीय टीम फिर से इसी इरादे के साथ उतरेगी. हालांकि यह टीम इंडिया का गाबा मैदान पर आख़िरी टेस्ट मैच साबित होने वाला है. इसके पीछे की वजह बेहद अहम और ख़ास है. आइए जानते हैं कि क्यों इस मैच के बाद टीम इंडिया कभी गाबा पर नहीं उतरेगी.
आख़िरी बार ‘गाबा’ में उतरेगी टीम इंडिया
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का अगला मुकाबला 14 दिसंबर से गाबा में खेला जाएगा. इस मुकाबले का क्रिकेट फैंस को बेसब्री से इंतजार है. मैच की शुरुआत भारतीय समयानुसार सुबह 5:50 बजे से होगी. जैसे ही टीम इंडिया इस मैदान पर कदम रखेगी यह इस मैदान पर उसका आख़िरी मैच होगा. इसकी वजह भी सामने आ चुकी है. दरअसल साल 2032 में होने वाले ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के लिए इस स्टेडियम का कायाकल्प किया जाएगा और इसे ओलंपिक खेलों के लिए तैयार किया जाएगा.
खर्च होंगे 1375 करोड़, दर्शक क्षमता भी बढ़ेगी
बता दें कि गाबा के मैदान पर ओलंपिक 2032 की ओपनिंग सेरेमनी होगी. बीच में भी कई स्पर्धाएं और मैच होंगे. जबकि गाबा पर ही 2032 ओलंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी भी होगी. ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए इस क्रिकेट स्टेडियम के नवीनीकरण पर 1375 करोड़ रुपये का खर्च किया जाएगा. इसे एक आधुनिक स्टेडियम में तब्दील कर दिया जाएगा. साथ ही इसकी दर्शक क्षमता 50 हजार तक हो जाएगी. अभी गाबा में दर्शक क्षमता 42,000 है.
गाबा पर आख़िरी बार खेलेंगे इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला टीम इंडिया का गाबा में आख़िरी मैच होगा लेकिन ऑस्ट्रेलिया का नहीं. इस मैदान पर आख़िरी मैच साल 2025-26 एशेज सीरीज के दौरान खेला जाएगा. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की एशेज सीरीज का पहला मैच 21 से 25 नवंबर के बीच पर्थ स्टेडियम में खेला जाएगा. इसके बाद दूसरा मुकाबला गाबा में 4 से 8 दिसंबर के बीच होगा. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाने वाला यह मैच गाबा क्रिकेट स्टेडियम का आख़िरी मैच साबित होगा.