नईदिल्ली : बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान से संबंधित मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आज संसद भवन परिसर में धक्का-मुक्की हो गई। इस दौरान भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। भाजपा ने इस धक्का-मुक्की के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। इसके साथ ही पार्टी के सांसद बांसुरी स्वराज और अनुराग ठाकुर संसद मार्ग थाने में राहुल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, इसके जवाब में कांग्रेस सांसद संसद मार्ग थाने पहुंचें। उन्होंने भाजपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इस बीच केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कांग्रेस पर सदन के भीतर अस्भयता करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता ने बताया कि राहुल गांधी जानबूझकर सांसदों के पास गए। वे गुंडे जैसा व्यवहार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में भाजपा उचित कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बनने के लायक नहीं हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान ने कहा, “मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने अभी प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हमें लगा कि वे आज जो कुछ भी किया उसके लिए माफी मांगेंगे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मुझे समझ नहीं आया कि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों की? उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका अहंकार झलक रहा था। मैं उनका व्यवहार देख रहा था। लेकिन आज उन्होंने (राहुल गांधी) जो किया वह सभ्य समाज के लिए अकल्पनीय है। आज जब भाजपा सांसद मकर द्वार पर विरोध कर रहे थे, तो राहुल गांधी वहां आ गए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने के लिए दूसरी जगह का इस्तेमाल करने को कहा। लेकिन वे जानबूझकर वहां आए।”
केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “आज जब भाजपा सांसद मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तब राहुल गांधी आए। सुरक्षाकर्मियों ने उनसे कहा कि बगल में जो जगह है आप जाने के लिए उसका उपयोग कर सकते हैं। लेकिन उन्होंने जानबूझकर हमारे सांसदों के बीच पहुंचे और धक्का-मुक्की भी की।”
भाजपा करेगी उचित कार्रवाई
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “हमारे सांसदों ने शिकायत दर्ज कराई। भाजपा इस मामले में उचित कार्रवाई करेगी। उन्होंने आगे कहा, राहुल गांधी गुंड्डे जैसा व्यवहार कर रहे थे। उन्होंने वहां धक्का-मुक्की की। हमारे वरिष्ठ सांसद प्रताप सारंगी गिर गए और उन्हें सिर पर चोट लगी। वे आईसीयू में भर्ती हैं और उनका इलाज जारी है। वे बेहोश थे। उनका एमआरआई स्कैन कराया जा रहा है। क्या संसद में तर्क की जगह बाहुबल का इस्तेमाल होगा? हमारी आदिवासी सांसद फांगनोन कोन्याक ने जो कुछ भी कहा, हम उससे दुखी हैं। उन्होंने राज्यसभा के सभापति से इसकी शिकायत की। उनके साथ अनुचित दुर्व्यवहार किया गया। सभापति ने बताया कि वह रोते हुए उनके पास पहुंचीं।”
उन्होंने आगे कहा, “क्या हो गया है राहुल गांधी और कांग्रेस को। आज जो संसद में हुआ उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। अशालीन, अशोभनीय और गुंडागर्दी से भरा व्यवहार किया गया जिसकी सभ्य समाज कल्पना भी नहीं कर सकता। उन्होंने क्षमा नहीं मांगी। मुझे तो समझ ही नहीं आया कि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों की। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उनका अहंकार झलक रहा था।”
क्या है पूरा मामला?
गृह मंत्री अमित शाह की बाबासाहेब आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए विपक्षी सदस्यों ने मार्च निकाला तो भाजपा सांसदों ने कांग्रेस पर बाबासाहेब के अपमान का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्य एक दूसरे के सामने आ गए और जमकर नारेबाजी की।