छत्तीसगढ़

पटेल से लेकर नरसिम्हा राव तक का किया अपमान, मनमोहन सिंह को भी नहीं छोड़ा…, राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी का पलटवार

नईदिल्ली : डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर कांग्रेस शुक्रवार (27 दिसंबर, 2024) से ही हमलावर हुई है. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान किया है. हालांकि, इसको लेकर भाजपा ने भी जवाब दे दिया है. भाजपा नेता संबित पात्रा ने निशाना साधते हुए कहा कांग्रेस ने सरदार पटेल से लेकर नरसिम्हा राव तक सबका अपमान किया. कांग्रेस ने तो मनमोहन सिंह को भी नहीं छोड़ा.

भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान संबित पात्रा ने कहा, “एक पुण्य हुतात्मा के निधन पर जब पूरा राष्ट्र शोक मना रहा है, उस समय भी राहुल गांधी और गांधी परिवार अपनी राजनीति से बाज नहीं आ रहा है. यही कांग्रेस और गांधी परिवार की राजनीति है. कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव का अपमान किया था. डॉ. मनमोहन सिंह का कद बहुत बड़ा है. राहुल गांधी ने तो मनमोहन सिंह का भी अपमान किया था. यहीं नहीं कांग्रेस ने तो अटल बिहारी वाजपेयी का भी अपमान किया. कांग्रेस पार्टी मनमोहन सिंह पर भ्रामक प्रचार कर रही है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्मारक स्थापना का फैसला किया है. 

गौरव भाटिया ने कसा तंज

भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कांग्रेस, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के लोग डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान का दिल से सम्मान करते हैं, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को कांग्रेस की ओर से वह अंतिम संस्कार क्यों नहीं दिया गया, जिसके वे हकदार हैं.  

भाजपा के लोग डॉ. मनमोहन सिंह का सम्मान करते हैं

भाजपा नेता गौरव भाटिया ने एक्स पोस्ट करते हुए कहा, “मेरी बहन प्रियंका, डॉ. मनमोहन सिंह देश का गौरव हैं और देश का हर नागरिक, खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और हम भाजपा के लोग, देश के लिए उनके योगदान का तहे दिल से सम्मान करते हैं.

‘आपने सस्ती, तुच्छ राजनीति करने का फैसला किया’

भाटिया ने आगे लिखा, “चूंकि आपने सस्ती, तुच्छ राजनीति करने का फैसला किया है और पूर्व प्रधानमंत्रियों के सम्मान की बात की है इसलिए देश का हर नागरिक यह जानना चाहता है कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को कांग्रेस पार्टी की ओर से वह अंतिम संस्कार क्यों नहीं दिया गया, जिसके वे हकदार थे. क्या सोनिया गांधी या राहुल गांधी नरसिम्हा राव के निधन के दुखद समाचार के उपरांत उन्हें श्रद्धांजलि देने गए थे? तस्वीर जरूर साझा करिएगा. 

नरसिम्हा राव को साथ में श्रद्धांजलि देने चलेंगे

पोस्ट में भाटिया ने आगे लिखा, “पीवी नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. उनके परिवार से कहा गया कि उनका अंतिम संस्कार नई दिल्ली में न करके उनके पैतृक शहर में ही किया जाए. क्या यह सम्मान देना होता है? मुझे यकीन है कि आप और राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी से ये कठिन सवाल पूछने का साहस जरूर जुटाएंगे. और हां कृपया कर के नरसिम्हा राव के लिए जो समाधि स्थल कांग्रेस ने बनवाया था, उसका पता जरूर साझा करिएगा. साथ में श्रद्धांजलि देने चलेंगे. हमारी सरकार ने तो मरणोपरांत उन्हें भारत रत्न देकर उनके योगदान को सम्मान दिया है. आपके जवाब का इंतजार है. भारत का नागरिक. गौरव भाटिया.

प्रियंका गांधी ने भाजपा पर लगाए थे आरोप

कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स पोस्ट में कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए यथोचित स्थान न उपलब्ध कराकर सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के पद की गरिमा, मनमोहन सिंह की शख्सियत, उनकी विरासत और खुद्दार सिख समुदाय के साथ न्याय नहीं किया. इससे पहले सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों को सर्वोच्च सम्मान और आदर दिया गया था. डॉ मनमोहन सिंह इस सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं. आज पूरी दुनिया उनके योगदान को याद कर रही है. सरकार को इस मामले में राजनीति और तंगदिली से हटकर सोचना चाहिए था.

श्रद्धांजलि देते हुए जनता हुई परेशान

आज सुबह डॉ मनमोहन सिंह के परिवारजनों को चिता स्थल पर जगह के लिए मशक्कत करते, भीड़ में जगह पाने की कोशिश करते और जगह के अभाव में आम जनता को परेशान होते और बाहर सड़क से ही श्रद्धांजलि देते देखकर ये महसूस हुआ.

भाजपा ने किया डॉ. मनमोहन सिंह का अपमान

डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को निगम बोध घाट पर कराए जाने के लोकर राहुल गांधी ने बी ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार की ओर से उनका सरासर अपमान किया गया है. एक दशक के लिए वह भारत के प्रधानमंत्री रहे, उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना और उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्गों का सहारा हैं.

आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का आदर करते हुए उनके अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों में किए गए ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे पाए. डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं. सरकार को देश के इस महान पुत्र और उनकी गौरवशाली कौम के प्रति आदर दिखाना चाहिए था.