नईदिल्ली : जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई इलाकों भारी बर्फबारी के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने कहा है कि 29 दिसंबर से उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति शुरू होने की संभावना है. IMD ने कहा कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से पंजाब और राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोहरे की स्थिति पैदा हो सकती है. शनिवार को राजधानी दिल्ली में 101 साल में दिसंबर में एक दिन में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई.
कश्मीर में शनिवार को मौसम की सबसे भारी बर्फबारी के कारण हवाई, रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ और बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई, जिससे दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त नजर आया. वहीं, उत्तराखंड बर्फबारी और रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण कांप उठा, जिससे तापमान में गिरावट आई. पहाड़ों में बर्फबारी और बारिश का असर अब उत्तर भारत के राज्यों पर पड़ने लगा है.
यूपी में कड़ाके की ठंड के बीच बारिश की एंट्री ने मौसम बिगाड़ दिया है. शनिवार को राज्य के 14 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई. स्थिति ये हो गई है कि 4 जिलों में प्रशासन को स्कूलों में छुट्टी घोषित करनी पड़ी. स्थानीय मौसम विभाग ने राज्य के 40 से ज्यादा जिलों में बारिश और गरज के साथ ओले गिरने का अलर्ट जारी किया है. इससे पहले शुक्रवार को भी राज्य के कई जिलों में बारिश देखने को मिली. राज्य में बारिश होने की वजह से ठंड भी बढ़ने की उम्मीद जताई गई है.
बिहार में बदला मौसम का मिजाज, कई जिलों में बारिश के आसार
बिहार के कुछ जिलों में शनिवार को बारिश देखने को मिली. स्थानीय मौसम विभाग ने रविवार को भी राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश का अनुमान जताया है. इसके अलावा राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में घना कोहरा छाए रहने की भी संभावना है. रविवार को पटना, नालंदा, गया, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय और जहानाबाद के कुछ क्षेत्रों में बारिश होने के आसार हैं. बारिश की वजह से राज्य के तापमान भी गिरावट देखने को मिल सकती है.
पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसमी घटनाओं के कारण मध्य प्रदेश में रात भर बारिश हुई. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लगातार दूसरे दिन भी बारिश हुई, जबकि राजस्थान में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई. दिल्ली में सुबह 8:30 बजे समाप्त 24 घंटों में 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. IMD ने कहा कि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के साथ टकराव के कारण दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बारिश हो रही है.
राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश
पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में कई स्थान पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. सबसे अधिक झालावाड़ जिले में 86.0 मिलीमीटर बारिश हुई. इसके अलावा कोटा के सांगोद, बूंदी के नैनवा और बारां जिले के शाहाबाद में 40 एमएम बारिश दर्ज की गई. अन्य स्थानों पर 10 से 30 एमएम तक बारिश रिकॉर्ड हुई. राज्य के कुछ जिलों में घना कोहरा छाया रहा. दौसा, हनुमानगढ़ और अलवर सहित कुछ जिलों में ओले गिरे.
इसी तरह से पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लगातार दूसरे दिन बारिश हुई, जिससे दोनों राज्यों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई. स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ का अधिकतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, अमृतसर का तापमान 14.8 डिग्री, लुधियाना का 15.4 डिग्री, पटियाला का 15.7 डिग्री, गुरदासपुर का 15 डिग्री और फिरोजपुर में 14.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
कश्मीर में मौसम की सबसे भारी बर्फबारी
कश्मीर में मौसम की सबसे भारी बर्फबारी की वजह से हवाई, रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ. रामबन में रेलवे ट्रैक पर बर्फ जमी दिखी जिसके चलते रेल यातायात प्रभावित हुआ है. अनंतनाग में भारी बर्फबारी के चलते सड़क और गाड़ियों पर बर्फ की मोटी परत दिख रही है. बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित रहीं. भारी बर्फबारी के कारण श्रीनगर बर्फ की चादर से ढका दिखा जबकि डोडा में हुई बर्फबारी के बाद पर्यटक मौसम का लुत्फ उठाते नजर आए. पुलवामा में बर्फ हटाई जा रही है. शोपियां में बर्फ हटाने का काम जारी है.
- नेशनल हाईवे बंद होने की वजह से सड़कों पर टूरिस्ट फंसे रहे.
- रास्ते में छोटी बड़ी करीब 200 गाड़ियां फंसी हुई हैं.
- बर्फ हटाने के लिए मशीनों और स्नो कटर की मदद ली जा रही है.
- पुंछ से कश्मीर को जोड़ने वाली मुगल रोड भी बंद कर दी गई है.
- प्रशासन की ओर से सैलानियों को सलाह दी गई है कि गैर जरूरी यात्रा बिल्कुल भी ना करें.
कश्मीर में जगह जगह टूरिस्ट फंसे हैं तो संकट की घड़ी में अब कश्मीरी ही उनके संकटमोचक बन रहे हैं. गांदरबल में जब सैलानी बर्फबारी में फंसे तो कश्मीरियों ने उनकी मदद के लिए अपने घरों और मस्जिदों के दरवाजे खोल दिए. लोगों को अपने घर में शरण दी है. खाने-पीने का इंतजाम किया. कश्मीर से आई कुछ तस्वीरें सुकून देने वाली है क्योंकि सिर्फ बर्फबारी और खूबसूरती ही कश्मीर को धरती का स्वर्ग नहीं बनाती. लोगों का व्यवहार भी कश्मीर के नाम में चार चांद लगा रहा है.