छत्तीसगढ़

हम दो बार गलती से इधर से उधर चले गए थे…, सीएम नीतीश कुमार ने कहा-अब हमेशा साथ रहेंगे और बिहार के साथ देश का विकास करेंगे

नईदिल्ली : प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में शनिवार को गोपालगंज पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने इधर-उधर की चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया है. गोपालगंज कलेक्ट्रेट में विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम दो बार गलती से इधर से उधर चले गए थे, अब हमेशा साथ रहेंगे और बिहार के साथ देश का विकास करेंगे. सीएम नीतीश कुमार के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चल रही अटकलों पर विराम लग गया है.

सीएम ने कहा कि पहले हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें आती थीं. जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है. हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं. किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है. हमलोग मिलकर लगातार बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं. सीएम ने कहा कि बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है. हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले छह घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर पांच घंटे किया गया है. इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है.

सीएम ने कहा कि वर्ष 2020 तक हमलोगों ने आठ लाख लोगों को सरकारी नौकरी प्रदान कर दी थी. उसके बाद हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है. अब तक नौ लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गयी है. इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है. वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा.

सीएम ने गिनाए कई किए हुए काम

सीएम ने ये भी कहा कि सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है. मदरसों को सरकारी मान्यता दी गई है. हमलोगों ने बिहार में जाति आधारित गणना कराई जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं. ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें. सीएम नीतीश कुमार ने गोपालगंज में लगभग 140 करोड़ रुपये की लागत से 72 विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इनमें 61 योजनाओं का उद्घाटन 71.69 करोड़ रुपये की लागत से किया गया, जबकि 11 योजनाओं का शिलान्यास 67.33 करोड़ रुपये की लागत से किया है.