छत्तीसगढ़

बिलासपुर: ‘पूजा की मौत सुसाइड नहीं, बल्कि हत्या थी’, पुलिस ने बताया था सुसाइड; जिम ट्रेनर ने रेप के बाद लटका दिया था फंदे से

बिलासपुर। 10 मार्च को जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर पूजा चौरसिया की लाश उनके कमरे में फंदे से लटकी हुई मिली थी। घटना के लगभग दस महीने बाद CID की जांच में सामने आया है कि पूजा की मौत सुसाइड नहीं, बल्कि हत्या थी। इस मामले को बिलासपुर पुलिस ने सुसाइड बताया था।

CID ने अपने 580 पेज की जांच रिपोर्ट में बताया है कि जिम ट्रेनर सूरज पांडेय ने पहले महिला डॉक्टर पूजा का रेप किया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी। मर्डर को सुसाइड की तरह दिखाने के लिए आरोपी ने पूजा की लाश उसके कमरे के पंखे पर फंदे से लटका दी।

हालांकि पूजा की मां रीता चौरसिया ने जांच पर असंतोष जाहिर करते हुए ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को CID से जांच कराने के निर्देश दिए। पूजा की मां ने उसके पति अनिकेत पर भी हत्या में शामिल होने की आशंका जताई थी, लेकिन CID की रिपोर्ट में अनिकेत के खिलाफ कोई भी नेगेटिव पाइंट सामने नहीं आया है।

बिस्तर से पंखे की ऊंचाई 6.9 फीट थी। CID ने क्राइम सीन भी रिक्रिएट किया था। - Dainik Bhaskar

बिस्तर से पंखे की ऊंचाई 6.9 फीट थी। CID ने क्राइम सीन भी रिक्रिएट किया था।

पोस्टमॉर्टम में डॉक्टर ने बताया था सुसाइड, मां ने नहीं माना

डॉ. पूजा चौरसिया की मौत 10 मार्च 2024 की शाम को बाबजी नगर स्थित मकान में हुई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने इसे आत्महत्या का मामला बताया था। इसके आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के अपराध में जिम ट्रेनर सूरज पांडेय को गिरफ्तार किया था। पांडेय अभी जेल में है।

पूजा की मां रीता चौरसिया ने एक प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट से घटनास्थल की जांच कराई। एक्सपर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक जिस कमरे में मौत हुई, वहां बिस्तर के दाईं ओर पुरुष स्पर्म के निशान थे। बिस्तर पर बड़े पैमाने पर महिला-पुरुष दोनों के बाल थे, जो दो लोगों के बीच हुए संघर्ष की ओर इशारा कर रहे थे।

पूजा की हत्या के आरोप में जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया गया था, जो जेल में बंद है। - Dainik Bhaskar

पूजा की हत्या के आरोप में जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया गया था, जो जेल में बंद है।

मौके पर बीयर बॉटल, लोहे का रॉड भी मिला

वहीं जिस पंखे पर फांसी लगाने की बात कही गई थी, उसमें पूजा के फिंगर प्रिंट नहीं थे। मौके पर बीयर बॉटल, लोहे का रॉड भी मिला था। एक और चौंकाने वाली बात यह भी थी कि पूजा की हाइट 5.5 फीट थी। बिस्तर से पंखे की ऊंचाई 6.9 फीट है।

यानी बिना किसी स्टूल या टेबल के फंदा लगाना आसान नहीं है, जबकि मौके पर यह नहीं मिला। पुलिस की रिपोर्ट में भी इसका उल्लेख नहीं है।

पुलिस ने आत्महत्या के उकसाने का केस दर्ज कर जिम ट्रेनर सूरज पांडेय को गिरफ्तार किया था। - Dainik Bhaskar

पुलिस ने आत्महत्या के उकसाने का केस दर्ज कर जिम ट्रेनर सूरज पांडेय को गिरफ्तार किया था।

ये है 10 मार्च की टाइम लाइन

  • बाबजी नगर स्थित मकान में 10 मार्च की शाम को 4.05 बजे पूजा यहां पहुंची।
  • 15 मिनट बाद सूरज वहां आया। 6 बजे सूरज चला गया।
  • 9.05 बजे सूरज फिर आया।
  • 9.26 बजे अनिकेत अपनी कार से वहां पहुंचा।
  • थोड़ी देर बाद सूरज और अनिकेत दोनों पूजा काे बाहर लेकर आए।
  • 10.04 बजे पूजा की मां को उसकी मौत की खबर दी गई।

घटना वाले दिन बाबजी नगर मकान के ऊपर किराएदार थे। नीचे मारपीट और विवाद की आवाज उन्होंने सुनी थी। वे नीचे उतरकर दरवाजे पर पहुंचे तो सूरज ऑल ओके कहते हुए भीतर चला गया।

पूजा के पति अनिकेत के बयान ने किया गुमराह

अनिकेत ने पुलिस को बताया था कि 10 मार्च की शाम वह ड्यूटी पर चला गया था। इस दौरान पूजा बाबजी कॉलोनी जाने के लिए निकल गई थी। रात में जब वो घर नहीं पहुंची, तब सुबह उसकी तलाश की। इसके बाद उसका शव फंदे से उतारकर प्राइवेट अस्पताल ले गए।

CID ने क्राइम सीन रिक्रिएट किया

CID की AIG मेघा टेम्भूरकर और उनकी टीम ने पूरे मामले में 50 लोगों का बयान दर्ज किया है। इस दौरान क्राइम सीन भी रिक्रिएट किया गया। इसमें सामने आया कि सूरज ने पहले पूजा का रेप किया, फिर गले में स्कार्फ का फंदा बनाकर मार डाला।

CID ने पति अनिकेत और आरोपी सूरज के ब्लड सैंपल और DNA की जांच भी कराई थी। साथ ही फिंगर प्रिंट भी लिए थे। इसके अलावा 30 सेमी लंबा सरिया का टुकड़ा, बीयर बॉटल, फोरेंसिक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की जांच रिपोर्ट, तीन आईफोन और 380 पन्नों में कॉल डिटेल समेत अंतिम प्रतिवेदन और 52 तरह के प्रपत्रों में सबूत जुटा कर कोर्ट में पेश किए हैं।

मां बोली- पुलिस से न्याय की उम्मीद ही नहीं थी, पति भी मिला हुआ है

पूजा की मां रीता चौरसिया ने कहा कि पुलिस आम जनता के लिए है, लेकिन उनसे उन्हें कोई उम्मीद नहीं रही। उनके जैसे और पता नहीं कितनों को पुलिस इसी तरह गुमराह कर चुकी है। कुछ को अभी भी गुमराह कर रही होगी। यदि उन्होंने प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट से जांच नहीं कराई होती तो इस मामले में बेटी को न्याय नहीं मिलता।

मृतका की मां ने अपने दामाद अनिकेत और समधी अशोक कौशिक पर सबूत छिपाने और गुमराह करने का आरोप लगाया है। दोनों घटना के बाद से अब तक आरोपी का बचाव करते रहे। उन्हें पता था कि पूजा की हत्या ही हुई है, फिर भी उन्होंने सिर्फ रटा-रटाया बयान दिया। पति होने के बाद भी अनिकेत को एक बार भी सूरज पर शक इसलिए नहीं हुआ क्योंकि दोनों मिले हुए हैं।