नईदिल्ली : एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड मामले में पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके भाई व मां को जमानत मिलने के बाद अतुल के पिता ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि निकिता ने बच्चों को हथियार बनाकर बेल हासिल किया है. इसमें निकिता ने कोर्ट को भी गुमराह किया है. वह बेल रिजेक्ट कराने के लिए पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा कि उन्होंने निकिता का बेल अर्जी खारिज करने के लिए कोर्ट में ऑप्लिकेशन दिया था.
अतुल के पिता ने सवाल उठाया कि 3 साल के बच्चे को निकिता ने बोर्डिंग में डाला है. इससे पहले दो साल के बच्चे को डाला था. उसे बच्चों से प्यार है ही नहीं, लेकिन कोर्ट से बेल पाने के लिए बच्चों के प्यार की ही दुहाई दी है. उन्होंने कहा कि निकिता उनके पोते ब्योम का इस्तेमाल एटीएम की तरह करती है. उन्होंने कहा कि उसने हमेशा से ही बच्चों के नाम पर अतुल को ब्लैकमेल किया और उससे उगाही करती थी. उन्होंने निकिता के पास उनका पोता सुरक्षित नहीं है.
बच्चे की कस्टडी पाने के लिए जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य बच्चों का कस्टडी लेना और निकिता का बेल रिजेक्ट कराना है. इसके लिए वह हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे. जौनपुर पुलिस द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र मांगने की बात को भी उन्होंने साजिश करार दिया. कहा कि कोई भी मां अपने बेटे के बारे में कैसे मरने की बात लिख कर दे सकती है. इसी के साथ उन्होंने देश के कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया.
कहा कि कानून सिर्फ कमजोर लोगों पर लागू होता है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया कि उनके पोते की कस्टडी निकिता को ना दे. उन्होंने कहा कि हम बेंगलुरु कभी नहीं गए. अतुल ही वीडियो कॉल पर उनकी पोते से बात कराता था. उन्होंने बताया कि पोते ब्योम से उनकी आखिरी मुलाकात चार्टर्ड अकाउंटेंट समस्तीपुर के पंकज ज्योति के घर पर हुई थी. उस समय डाइवोर्स पेपर पर साइन करने के लिए कहा गया तो निकिता इसके लिए तैयार नहीं हुई थी.