छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: जोगी कांग्रेस का कांग्रेस में विलय होना मुश्किल, कई नेता इसके विरोध में; कुकरेजा और नाग की हो सकती है वापसी

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की बनाई पार्टी का विलय होना मुश्किल लग रहा है। पार्टी के भीतर कई नेता और कार्यकर्ता जोगी परिवार की वापसी के विरोध में हैं। रेणु जोगी का आवेदन आने के बाद दिल्ली में 2 बार बैठकें हुई है। और अब अगली बैठक राजीव भवन में जल्द होने की खबर है।

इधर पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह की वापसी पर पर भी कई नेताओं ने असहमति जताई है। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कांग्रेस वापसी के लिए सभी आवेदनों को लेकर प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से चर्चा की है।

इस दौरान समिति के कुछ सदस्य भी दिल्ली पहुंचे थे। जबकि नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, मोहन मरकाम वर्चुअली बैठक में शामिल हुए थे।

इस दौरान आवेदनों की संख्या और प्रमुख आवेदनों पर बात हुई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक समिति के कई सदस्यों ने जोगी परिवार और बृहस्पत सिंह की वापसी को लेकर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरोध की जानकारी भी प्रदेश प्रभारी को दी है।

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत से मुलाकात के बाद रेणु जोगी ने जेसीसीसजे के विलय का प्रस्ताव कांग्रेस को भेजा था। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत से मुलाकात के बाद रेणु जोगी ने जेसीसीसजे के विलय का प्रस्ताव कांग्रेस को भेजा था।

कुकरेजा और नाग की हो सकती है वापसी

जानकारी के मुताबिक समिति ने अजीत और आनंद कुकरेजा समेत, पूर्व विधायक अनूप नाग, किस्मतलाल नंद, कांति नाग जैसे नेताओं की पार्टी में वापसी हो सकती है। वहीं कुछ सदस्य जोगी कांग्रेस से केवल सुप्रीमो रेणु जोगी को लेने की बात भी कह चुके हैं।

पार्टी के विलय को लेकर सहमति नहीं बन पाई है।बृहस्पत सिंह की पार्टी में वापसी पर भी दूसरे दौर की चर्चा बाकी है। जबकि दूसरे नामों पर भी विचार किया गया है। बताया जाता है कि समिति अपनी अनुसंशा के बाद एआईसीसी को प्रस्ताव के बाद पार्टी में वापसी की घोषणा करेगी।

ये 7 सदस्यीय समिति वापसी को लेकर अपनी राय देगी। - Dainik Bhaskar

ये 7 सदस्यीय समिति वापसी को लेकर अपनी राय देगी।

पायलट ने 7 नेताओं को दी है जिम्मेदारी

कांग्रेस बागियों और भितरघातियों की घर वापसी के लिए प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत 7 नेताओं को जिम्मेदारी दी है।

टीएस ने कबूल नहीं की बृहस्पत सिंह की सॉरी

बृहस्पत सिंह पार्टी में वापसी के लिए माफीनामा भेज चुके हैं। साथ ही सार्वजनिक तौर पर भी टीएस सिंहदेव से माफी मांगने की बात कह चुके हैं। बृहस्पती सिंह ये कह चुके हैं कि मुझसे चूक हुई है। जो भी बातें मैंने उनके खिलाफ कही, वो सार्वजनिक तौर पर नहीं कहनी थी। उनसे मिलकर गिले-शिकवे दूर करने हैं। हांलाकि उनकी ये सॉरी टीएस सिंहदेव ने कबूल नहीं की है। ऐसे में पार्टी उनकी वापसी पर ये बड़ा गतिरोध हो सकता है।

अजीत कुकरेजा और आनंद कुकरेजा की वापसी पर भी आपत्तियां सामने आ गई हैं। कुलदीप जूनेजा ने दोनों पर कांग्रेस को हराने आरोप लगाया है। इस दौरान जुनेजा ने कहा था कि, अजीत और आनंद कुकरेजा हमेशा टिकट खरीदने की बात कहते हैं। अब पैसों के दम पर कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से जांच की मांग की थी। हांलाकि अगली बैठक में इस पर चर्चा हो सकती है। जानकारी के मुताबिक अंतिम फैसला लेने से पहले नेताओं की वापसी के लिए स्थानीय इकाईयों की अनुशंसा भी होगी। ब्लॉक और जिला इकाईयों से बातचीत की जाएगी।

रिपोर्ट में सकारात्मक या नकारात्मक अनुशंसा के बाद ही वापसी को लेकर कोई फैसला किया जाएगा।

पूर्व विधायक कुलदीप जूनेजा ने अजीत और आनंद कुकरेजा पर पैसों के लेन-देन के आरोप लगाए - Dainik Bhaskar

पूर्व विधायक कुलदीप जूनेजा ने अजीत और आनंद कुकरेजा पर पैसों के लेन-देन के आरोप लगाए

15 जनवरी तक रायपुर में होगी अहम बैठक

बताया गया है कि कांग्रेस में वापसी के लिए बनी सात सदस्यीय कमेटी की एक बैठक जल्द ही कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में होगी। माना जा रहा है कि 15 जनवरी तक ये बैठक हो सकती है। जिसमें में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट सहित समिति के सदस्य मौजूद रहेंगे। बैठक में इन नामों पर फिर एक बार विचार कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। समिति उन नामों को एआईसीसी के अनुसंशा के लिए भेजे जाने के बाद पार्टी में वापसी की घोषणा करेगी।

जोगी कांग्रेस के विलय और कई नेताओं की वापसी के लिए विरोध और समर्थन दोनों है। जब तक बैठक में पॉलिसी को लेकर चर्चा नहीं होगी। तब तक इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता।

धनेन्द्र साहू, समिति के सदस्य