छत्तीसगढ़

कलाकार होने का मतलब है किसी भी तरह की रंग-बिरंगी धारणा नहीं रखना…,इमरजेंसी की रिलीज से पहले कंगना रनौत का बड़ा बयान

नईदिल्ली : अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ कंगना रनौत अपने मुखर स्वभाव के लिए जानी जाती हैं। कंगना इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में वह दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाने लिए पूरी तरह तैयार हैं। कंगना ने हमेशा से ही इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को लेकर बेबाक बयान दिया है। अब हाल ही में, अभिनेत्री ने इंदिरा गांधी को भी “भाई-भतीजावाद की उपज” बताया है। आइए जानते हैं कि अभिनेत्री ने क्या कहा है।

हाल ही में, एक साक्षात्कार में कंगना ने कहा कि वह हमेशा से ही नेपोटिज्म के खिलाफ रही हैं, लेकिन उन्होंने ‘इमरजेंसी’ में इंदिरा गांधी की भूमिका को पूरी ईमानदारी के साथ निभाया है। कंगना ने कहा, “साफ है कि इंदिरा गांधी भाई-भतीजावाद की उपज थीं। लेकिन जब मैं कुछ ऐसे लोगों से मिलती हूं, जैसे कि हमारी फिल्म इंडस्ट्री में हैं, जो मुझे पसंद नहीं होते या जिनकी तरह मैं नहीं बनना चाहती, तब भी मैं पूरी ईमानदारी के साथ किरदार निभाती हूं। एक कलाकार होने का मतलब है किसी भी तरह की रंग-बिरंगी धारणा नहीं रखना।”

कंगना ने आगे कहा, “मैं एक ऐसी पार्टी से आती हूं जो लोगों की है, जैसा कि नाम से पता चलता है, लेकिन मैं अभी भी किसी ऐसे व्यक्ति के लिए काफी ईमानदार सोच रख सकती हूं, जो विशेषाधिकार प्राप्त पृष्ठभूमि से आई थीं। इंदिरा गांधी एक ऐसे बैकग्राउंड से आई थीं कि उन्हें बहुत ही विशेषाधिकार प्राप्त थे।”

इंदिरा गांधी को मिले थे विशेषाधिकार
अपनी बात जारी रखते हुए कंगना ने कहा, ‘वह तीन बार प्रधानमंत्री रहीं और पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी थीं। वह सचिव बनीं और उन्हें सभी बेहतरीन मंत्रालय मिले। आप इससे ज्यादा विशेषाधिकार क्या मांग सकते हैं? लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उनका कोई समझदार पक्ष नहीं दिखा सकती हूं।”‘

इन सितारों से सजी है फिल्म
बता दें कि कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ 17 जनवरी को सिनेमाघरों में  रिलीज होगी। इस फिल्म में  अनुपम खेर, सतीश कौशिक, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े, मिलिंद सोमन मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।