छत्तीसगढ़

कनाडा सरकार को हरदीप सिंह निज्जर मर्डर केस में लगा बड़ा झटका, 4 आरोपियों को मिली जमानत

नईदिल्ली : कनाडा में जहां एक तरफ सियासी हलचल मची है. वहीं दूसरी तरफ अब कनाडा पुलिस को बड़ा झटका लगा है, हरदीप सिंह निज्जर के कथित चार हत्यारे जमानत पर रिहा हो गए हैं. कनाडा सुप्रीम कोर्ट में 11 फरवरी को अब इस मामले की सुनवाई होगी. दरअसल, सबूतों के अभाव में कनाडा पुलिस निचली कोर्ट में पेश नहीं हो रही थी, इसी के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 4 आरोपियों को स्टे आफ प्रोसीडिंग्स पर रिहा कर दिया.

जिस हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे, उसी हत्याकांड में कनाडा की पुलिस पेश ही नहीं हुई. जबकि कथित चार हत्यारे करण बरार, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करनप्रीत सिंह के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट के सामने दाखिल कर दिया गया था.

कनाडा के सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक, जब कोर्ट में पुलिस पेश नहीं हुई तो इसी के बाद आरोपियों ने सुप्रीम कोर्ट में इस बाबत अपील की. जहां 18 नवंबर को पहली सुनवाई हुई थी, इसके बाद पुलिस के रुख को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चारों आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया.

कनाडा सरकार का दस्तावेज साफ तौर पर बता रहा है कि यह चारों कथित आरोपी अब कनाडा पुलिस की कस्टडी हिरासत जेल में नहीं है, उन्हें स्टे ऑफ प्रोसीडिंग्स पर रिहा कर दिया गया.

कौन हैं चारों आरोपी?

कनाडा ने निज्जर मर्डर केस में साल 2024 में मई के महीने में चार भारतीयों को अरेस्ट किया गया था. आईएचआईटी ने 3 मई को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए तीन भारतीय नागरिक, करण बराड़ (22), कमलप्रीत सिंह (22) और करणप्रीत सिंह (28) को गिरफ्तार किया था. तीनों व्यक्ति एडमोंटन में रहने वाले भारतीय नागरिक थे और उन पर फर्स्ट डिग्री की हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था.

इसी के बाद आरोपी अमरदीप सिंह (22) को भी इस केस में अरेस्ट किया गया था. अमरदीप सिंह पर फर्स्ट-डिग्री हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था. रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) की इंटीग्रेटेड होमिसाइड इन्वेस्टिगेशन टीम (आईएचआईटी) ने कहा था कि अमरदीप सिंह को निज्जर की हत्या में उनके रोल के लिए 11 मई को गिरफ्तार किया गया था.

क्या था हरदीप सिंह निज्जर मर्डर केस?

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून साल 2023 में कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वह भारत में वांटेड घोषित था. निज्जर साल 1997 में कनाडा भाग गया था और उसके खिलाफ भारत में दर्जन भर से ज्यादा कत्ल और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर केस दर्ज हैं. इसके बावजूद कनाडा की सरकार ने निज्जर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया था. साल 2023 में निज्जर की हुई हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच एक नया विवाद पैदा हुआ. निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा लगातार भारत पर उंगली उठाता रहा है और गंभीर आरोप लगाता रहा है.

भारत और कनाडा के रिश्तों में दरार

कनाडा ने 2024 में अक्टूबर में भारत से हरदीप सिंह निज्जर के मर्डर को लेकर सीधे तौर पर पंगा लेने का काम किया था, कनाडा ने भारत के हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा और दूसरे राजनयिकों को निज्जर की कथित हत्या से जोड़ा था और उन्हें इस मामले में पर्सन ऑफ इंटरेस्ट बताया था.

निज्जर की हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाए थे कि भारत सरकार के एजेंट निज्जर की मौत से जुड़े हुए थे. भारत कनाडा के लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर चुका है.