नईदिल्ली : सूर्यकुमार यादव टी-20 इंटरनेशनल में भारत के दिग्गज क्रिकेटर्स में शामिल हैं. इस फॉर्मेट में उनका बल्ला आग उगलता है. इसमें उनके रिकॉर्ड भी कमाल के हैं. हालांकि वनडे क्रिकेट में उनके आंकड़े निराशाजनक रहे हैं और इसी के चलते उनका सेलेक्शन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय स्क्वाड में नहीं किया गया. सूर्यकुमार यादव ने खुद भी इस बात पर मुहर लगाई है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर उनका प्रदर्शन अच्छा होता तो उन्हें जगह मिलती. चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का हिस्सा ना बनने से सूर्यकुमार दुखी तो नहीं है लेकिन एक चीज को लेकर उनके दिल का दर्द साफ छलक कर सामने आया है.
चाहे सूर्यकुमार यादव चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया के स्क्वाड में शामिल नहीं हैं. लेकिन वो इंग्लैंड के खिलाफ 22 जनवरी से शुरू हो रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारत की कमान संभालने के लिए तैयार हैं. इससे पहले मंगलवार को सूर्यकुमार यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए. उनसे सवाल किया गया कि, ‘क्या वे चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में ना होने से दुखी है?’ इस पर सूर्या ने कहा, ‘क्यों दुख होगा? अगर मैं अच्छा प्रदर्शन करता, तो मैं चैंपियंस ट्रॉफी में होता. अगर मैंने अच्छा नहीं किया तो उस चीज को एक्सेप्ट करना महत्वपूर्ण है’. उन्होंने आगे कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी की टीम देखें तो यह ये असल में बहुत अच्छी दिख रही है. जो भी प्लेयर्स इसमें हैं, वो सभी भारत के लिए वनडे में अच्छा प्रदर्शन करने वाले हैं’.
सूर्यकुमार को इस बात का मलाल
सूर्या को इस बात का दुख नहीं है कि उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की टीम में जगह नहीं मिली. बल्कि उन्हें इस बात का मलाल है कि वनडे फॉर्मेट में उन्होंने अच्छा खेल नहीं दिखाया. सूर्यकुमार ने आगे कहा, ‘यह सोचकर दुख होता है कि मैंने अच्छा नहीं किया है. और अगर मैंने अच्छा किया होता, तो मैं वहीं रहता. मैंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो कोई ऐसा व्यक्ति जो वास्तव में अच्छा करने का हकदार है वो वहां (चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय स्क्वाड) रहने का हकदार है’.
37 वनडे में सूर्या के नाम एक भी शतक नहीं
सूर्यकुमार टी-20 इंटरनेशनल के शानदार बल्लेबाज हैं. उन्होंने 4 शतकों की मदद से 2500 से ज्यादा रन बनाए हैं. लेकिन वनडे में उनके नाम 37 मैचों में एक भी शतक दर्ज नहीं है. उन्होंने 4 हाफ सेंचुरी की मदद से 35 पारियों में 736 रन बनाए. सूर्या का एवरेज 25.8 का है.