ढाका : बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना सरकार के दौरान की आसमान छूती अर्थव्यवस्था पर फर्जी बताया है. मोहम्मद यूनुस ने कहा कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के दौरान देश की अर्थव्यवस्था बढ़ने के दावे ‘फर्जी’ थे.
आंकड़ों के मुताबिक, शेख हसीना की 15 साल की सत्ता के दौरान बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला था. देश की इकॉनोमी और कपड़ा उद्योग को रफ्तार देने के लिए शेख हसीना को श्रेय दिया जाता रहा है. 2023 में, विश्व बैंक ने बांग्लादेश को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बताया था.
स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक में शामिल होने पहुंचे यूनुस ने बैठक से इतर कहा, “जब वह दावोस आई थीं तो सभी से कह रही थीं कि कैसे देश चलाया जाता है. तब किसी ने उनसे सवाल नहीं किया. ये वैश्विक सिस्टम किसी भी तरह से सही नहीं है (सवाल न करने को लेकर).”
बांग्लादेश के हालात का जिक्र करते हुए यूनुस ने कहा, “पूरी दुनिया (बांग्लादेश की) इस हालात के लिए जिम्मेदार है. ये दुनिया के लिए एक सबक भी है. वह कहती थीं कि ‘हमारा ग्रोथ रेट सबसे अव्वल हैं’, ये सब पूरी तरह फर्जी था.”
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार ने कहा, “1971 में अपनी आजादी के बाद से बांग्लादेश सबसे गरीब देशों में से एक था, जबकि 2015 में यह निम्न-मध्यम आय वाला देश बना.”
यूनुस ने बताया कैसी अर्थव्यवस्था चाहते हैं
नोबेल पुरस्कार विजेता, अर्थशास्त्री और मुख्य सलाहकार यूनुस ने कहा, “निजी तौर से मैं ग्रोथ रेट को बहुत अहमियत नहीं देता हूं. मैं सबसे निचले स्तर पर लोगों के जीवन की गुणवत्ता को अहमियत देता हूं. इसलिए मैं एक ऐसी अर्थव्यवस्था लाना चाहूंगा जो धन को किसी एक जगह इकट्ठा करने से बचती हो (धन का सभी में बराबर बंटवारा).”