नईदिल्ली : भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के वार्षिक पुरस्कार समारोह के दौरान खिलाड़ियों को सलाह दी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी अपने करियर का आनंद लें और ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रहें। सचिन को इस दौरान कर्नल सी.के. नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर भारत रत्न सचिन को यह सम्मान आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने दिया।
इस समारोह में कई भारतीय स्टार खिलाड़ियों के अलावा कुछ युवा खिलाड़ी भी मौजूद थे और सचिन ने उन्हें महत्वपूर्ण सलाह दी। भारतीय क्रिकेट बदलाव के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में सचिन ने इन युवा खिलाड़ियों से कहा कि उन्हें पता है कि क्रिकेट के इतर कुछ ध्यान भटकाने वाली चीजें होती हैं, लेकिन उन्हें इन चीजों से दूर रहना है और करियर पर ही ध्यान केंद्रित रखना है।
सचिन ने उचित व्यवहार करने पर दिया जोर
सचिन ने पुरस्कार मिलने के बाद कहा, हमेशा अपने खेल को महत्व दें और अपने खेल का ख्याल रखें। मैं मौजूदा भारतीय क्रिकेटर के तौर पर कभी मैदान पर नहीं उतर पाऊंगा, इसका अहसास मुझे उस अंतिम दिन (2013) हुआ। इसी तरह जब आप संन्यास लेंगे तो आपको अहसास होगा कि आप कुछ साल पहले कहां थे। इसलिए अपने खेल का आनंद लें क्योंकि मौजूदा भारतीय क्रिकेटर के तौर पर आपके अंदर अभी भी बहुत क्रिकेट बचा है और ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रहें।
उन्होंने कहा, मैं यह कह सकता हूं कि क्रिकेट के बिना हम सभी आज इस कमरे में नहीं बैठे होते। मेरे लिए यह जीवन का अनमोल तोहफा है। हमारे पास बल्ला और गेंद है और अगर हम मजबूत ग्रीप नहीं रखेंगे तो यह ढीली पड़ जाएगी। मैं आप लोगों को यह सलाह नहीं दूंगा कि अपना ध्यान केंद्रित रखो, लेकिन ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रहो। हमारे पास सबकुछ नहीं हो सकता इसलिए सब मिलने पर उस चीज की कद्र करनी चाहिए और उचित व्यवहार करें तथा खेल और देश को आगे ले जाएं।
बुमराह, मंधाना और अश्विन भी हुए सम्मानित
सचिन के अलावा भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को 2023-24 के सर्वश्रेष्ठ पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के लिए पॉली उमरीगर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 31 वर्षीय बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में प्लेयर ऑफ द सीरीज भी रहे, उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 32 विकेट लिए। दिग्गज बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने महिला वर्ग में 2023-24 की सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर का पुरस्कार जीता। वहीं, टेस्ट क्रिकेट में 537 विकेट के साथ भारत के दूसरे और दुनिया के आठवें सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के रूप में पिछले साल दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को एक विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अश्विन ने पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा, जब मैं आईपीएल के लिए ट्रेनिंग के लिए मैदान पर उतरा तो मुझे अहसास हुआ कि मेरी उंगलियां अब भी गेंदबाजी करने के लिए मचल रही हैं। पूरा करियर मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि रही है और सचिन तेंदुलकर के साथ मंच साझा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। चेन्नई में गली क्रिकेट खेलने वाले एक लड़के के लिए यह एक सपना था।