छत्तीसगढ़

IND vs ENG: अभिषेक शर्मा और यशस्वी जायसवाल के टीम में बढ़ते कद पर शुभमन गिल ने रखी राय, उपकप्तानी पर भी की बात

नईदिल्ली : भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने अभिषेक शर्मा के हालिया प्रदर्शन पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी एक-दूसरे की सफलता से प्रोत्साहित होते हैं। बता दें कि, इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज की शुरुआत से पहले मंगलवार को टीम इंडिया के उपकप्तान शुभमन गिल ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने यशस्वी जायसवाल (टेस्ट) और अभिषेक शर्मा (टी20) के बढ़ते कद पर बात की।

यशस्वी ने टेस्ट और अभिषेक ने टी20 क्रिकेट में किया प्रभावित
हाल ही में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था। इस दौरान शुभमन गिल का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा था। वहीं, यशस्वी जायसवाल ने 10 पारियों में 43.44 के औसत से एक शतक और दो अर्धशतकों की मदद से 391 रन बनाए जबकि शुभमन गिल पांच पारियों में 18.60 के औसत से सिर्फ 93 रन बना सके। अब बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी को चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंग्लैंड सीरीज के लिए भी टीम का हिस्सा बनाया गया है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि रोहित शर्मा उन्हें इस सीरीज में ओपनिंग का मौका देते हैं या नहीं। 

इस बीच अभिषेक शर्मा ने हाल ही में समाप्त हुई पांच मैचों की टी20 सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ दमदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने पांच पारियों में 219.68 के स्ट्राइक रेट से 279 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने एक शतक और एक ही अर्धशतक भी जड़ा। इस सीरीज में गिल को आराम दिया गया था। 24 वर्षीय बल्लेबाज के मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए टी20 टीम में उनकी जगह बतौर ओपनर स्थिर मानी जा रही है। वहीं, टेस्ट में यशस्वी जायसवाल का कब्जा है। अब यशस्वी वनडे में भी प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए तैयार हैं, ऐसे में तलवार शुभमन गिल पर तलवार लटकती नजर आ रही है।

अभिषेक और जायसवाल बन रहे गिल के लिए मुसीबत?
नागपुर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जब उनसे अभिषेक और यशस्वी के बढ़ते कद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि उनके बीच किसी तरह की कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। गिल ने कहा- ‘अभिषेक मेरा बचपन का दोस्त है। जायसवाल भी मेरा दोस्त है। मुझे नहीं लगता कि हमारे बीच कोई  प्रतिस्पर्धा है। जाहिर है, अगर आप देश के लिए खेल रहे हैं, तो आप हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं  और आप यह नहीं सोचते कि ‘काश यह लड़का अच्छा प्रदर्शन न करता’। आप देश और टीम के लिए खेल रहे हैं और जो भी अच्छा प्रदर्शन करता है, आप उसके लिए अच्छा महसूस करते हैं, आप उसे बधाई देते हैं।’ गिल को भारत के लिए आखिरी बार जुलाई 2024 में टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलते देखा गया था। वह भारत के टी20 विश्व कप स्क्वॉड का भी हिस्सा नहीं थे, उन्हें रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर टीम में शामिल किया गया था।

उपकप्तानी की जिम्मेदारी से खुश हैं गिल
इस दौरान गिल ने उपकप्तानी पर भी बात की। 25 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, मुझे एक अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। मैं इसे नेतृत्व करने की चुनौती के रूप में लेता हूं, सबसे पहले अपने प्रदर्शन के साथ। निश्चित रूप से मैदान पर अगर रोहित भाई को मेरी राय की आवश्यकता होती है, तो मुझे निश्चित रूप से लगता है कि यह मेरा कर्तव्य है कि मैं अपने विचार साझा करूं और खेल की स्थितियों के बारे में जो सोचता हूं, उसे साझा करूं। 

दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज को छह फरवरी से शुरू होने वाली तीन मैचों की इंग्लैंड सीरीज के अलावा चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी टीम इंडिया का उपकप्तान चुना गया है। उन्होंने अबतक खेले 47 वनडे मैचों में 101.74 के स्ट्राइक रेट से 2328 रन बनाए हैं। उनके नाम छह शतक और 13 अर्धशतक दर्ज हैं। 

गिल ने आगे कहा- थिंक टैंक का हिस्सा होना, जीजी (गंभीर) भाई कैसे सोचते हैं और रोहित भाई कैसे सोचते हैं, कुछ बल्लेबाजों, कुछ गेंदबाजों और कुछ विरोधियों के लिए क्या योजनाएं हैं – मुझे लगता है कि यह सीखना मेरे लिए बहुत बड़ा अच्छा है और मैं यही करने की कोशिश करूंगा।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार पर क्या बोले गिल
इस दौरान शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार पर भी बात की। उन्होंने टीम के प्रदर्शन का बचाव करते हुए कहा कि एक खराब सीरीज टीम को परिभाषित नहीं करती है और लंबे अंतराल के बाद इस तरह के खराब प्रदर्शन के बाद किसी टीम की आलोचना करना अनुचित है। उन्होंने कहा- एक सीरीज पूरी टीम की लय को परिभाषित नहीं करती है। ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अतीत में कई सीरीज और टूर्नामेंटों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। इसमें कोई शक नहीं कि हम ऑस्ट्रेलिया में अपनी उम्मीदों के मुताबिक खेलने में विफल रहे। हमने हालांकि कुछ अच्छा क्रिकेट भी खेला। टीम को उस दौरे के आखिरी दिन किस्मत का साथ नहीं मिला क्योंकि (जसप्रीत) बुमराह चोटिल थे। हम अगर वह मैच जीतते तो सीरीज बराबरी पर छूटती और हम ट्रॉफी को अपने पास बरकरार रखते। ऐसे में अभी इस तरह की बातें नहीं हो रही होती।

उन्होंने आगे कहा- एक मैच एक दिन किसी को परिभाषित नहीं करते है। हम वहां (ऑस्ट्रेलिया ) दो बार जीते है। हम पिछले कुछ समय में एक विश्व कप जीते है और एक अन्य विश्व कप के फाइनल में पहुंचे है। हम इस तरह के परिणाम को दिमाग में रखना चाहते हैं।