छत्तीसगढ़

मैं अल्पसंख्यकों का ख्याल रखती हूं, हमलों पर होती है तुरंत कार्रवाई: PM शेख हसीना

नईदिल्ली I बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का कहना है कि बांग्लादेश एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जब भी अल्पसंख्यकों पर हमला होता है तो तत्काल कार्रवाई की जाती है. ये बात उन्होंने भारत दौर से एक दिन पहले इंटरव्यू में कही. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार धर्मनिरपेक्षता का मजबूती से समर्थन करती है. सांप्रदायिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी कोशिश से तुरंत निपटती है.

उन्होंने कहा, जब तक मैं सत्ता में हूं, मैं हमेशा अल्पसंख्यकों को अहमियत देती हूं और कहती हूं कि आप हमारे देश के नागरिक हैं. आपको हमारे देश का मालिक होना चाहिए. हालांकि कभी-कभी कुछ घटनाएं होती हैं जिसपर हम तुरंत कार्रवाई करते हैं. ऐसी घटनाएं अनचाही स्थिति होती है लेकिन आप ये अच्छे से जानते हैं कि ये केवल बांग्लादेश में नहीं है, भारत में भी होता है जहां अल्पसंख्यकों को भगुतना पड़ता है.

हिंदुओं पर हमले के मामले आते हैं सामने- शेख हसीना

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला और उनके खिलाफ दुश्मनी की रिपोर्ट्स सामने आती है. इनमें से कुछ रिपोर्ट्स दुर्गा पूजा के पंडालों या तीर्थस्थानों में लड़ाई की भी आती है.मुझे लगता है कि दोनों देशों को उदारता दिखानी चाहिए. हमारी तरफ से आपको पता है कि बांग्लादेश एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और यहां कई धर्म के लोग रहते हैं. ऐसे में जब भी अल्पसंख्यकों पर हमले के एक या दो मामले आते हैं, हमारी सरकार तुरंत कार्रवाई करती है.

शेख हसीना ने कहा, भारत हमारा पड़ोसी है.हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं. कुछ समस्याएं हैं लेकिन हमने ज्यादातर का समाधान किया है. मुझे लगता है कि हमें लड़ना नहीं चाहिए. अगर पड़ोसी देशों के बीच कोई समस्या है तो उसे द्विपक्षीय रूप से हल किया जा सकता है.

हर जगह है उग्रवाद- शेख हसीना

उन्होंने कहा, उग्रवाद हर जगह है. भारत और दूसरे देशों में भी है.सोशल मीडिया की वजह से ये अब काफी खराब हो गया है. कभी-कभी कुछ लोग कुछ लिखते हैं केवल ब्लॉगर ही नहीं बल्कि दूसरे धर्म के भी. हम ऐसी चीजों को कंट्रोल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. हम ऐसी चीजों को कभी सपोर्ट नहीं करते. उन्होंने कहा, हर किसी को अपने-अपने धर्म का पालन करने का हक है, किसी को भी ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए जो किसी दूसरे को दुख पहुंचाए.

वहीं रोहिंग्या पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, वह हमारे लिए यह एक बड़ा बोझ है, हम अंतरराष्ट्रीय समुदायों और अपने पड़ोसी देशों के साथ परामर्श कर रहे हैं, जिससे वे (रोहिंग्या) घर वापस जा सकें. हम उन्हें (रोहिंग्या) आश्रय दे रहे हैं, सभी चीज उपलब्ध करा रहे हैं.