नईदिल्ली I जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. भारतीय सुरक्षाबलों ने किश्तवाड़ से एक मौलवी को गिरफ्तार किया है, जो भारत से जुड़ी सारी खुफिया जानकारी पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को दे रहा था. किश्तवाड़ और डोडा जिले मे दम तोड़ चुके आतंकवाद को फिर से जीवित करने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने यह साजिश रची थी. गिरफ्तार किया गया आतंकी पाकिस्तान के आतंकी संगठन कश्मीरी जांबाज फोर्स के लिए काम करता था.
22 साल का मौलवी अब्दुल वाहिद किश्तवाड़ और आस पास के मदरसों में बच्चों को लैक्चर देने जाता था. कहा यह भी जा रहा है कि वो मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भड़का कर आतंक की राह पर चलने का ज्ञान देता था. जानकारी के मुताबिक, मौलवी वाहिद किश्तवाड़ में स्थित मदरसों में हर हफ्ते बच्चो को लैक्चर देने जाता था. इसी दौरान वह जम्मू-कश्मीर में सेना और पुलिस के कैंपों और उनकी मूवमेंट की वीडियो और फोटो कैप्चर करता था और सोशल मीडिया के जरिए सीमा पार आईएसआई के एक आधिकारी को भेजता था.
ISI अधिकारी से मिलती थी मोटी रकम
अब्दुल वाहिद ने यह बात पूछताछ में कबूल की है कि उसे जासूसी के काम के लिए सीमा पार से (पाकिस्तान से) मोटी रकम मिलती थी. उसने बताया कि कश्मीर जांबाज फोर्स के कमांडर उमर तयाब के जरिए उसको पैसे मिलते थे. सोशल मीडिया के जरिए वह अक्सर सीमा पार ISI आधिकारी के सपंर्क मे रहता था. सुरक्षाबलों और पुलिस की पूछताछ के दौरान वाहिद ने बताया कि उसने किश्तवाड़ में तैनात भारतीय सेना के जवानों की जानकारी, उनके अधिकारियों की तस्वीरें और उनके रोजाना आने-जाने के रास्तों की सूचना ISI अधिकारी तक पहुंचाई हैं.
सेना से जुड़ी सारी जानकारी देता था अब्दुल
इसके अलावा, पाकिस्तान की ओर से किश्तवाड़ में घुसपैठ करने के लिए कौन-कौन से रास्ते हो सकते हैं, इसकी जानकारी भी सीमा पार तक पहुंचा रहा था. अब सेना इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किश्तवाड़ में पिछले दिनों सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का जो प्रयास किया गया था, उसमें कहीं अब्दुल वाहिद का हाथ तो नहीं था. मौलवी ने आगे बताया कि सीमा पार से जैसे निर्देश मिलते थे, वो वैसा काम करता था. उसने यह भी बताया कि आईएसआई ने उसके नेटवर्क को मजबूत करने का जिम्मा भी उसे सौंपा था. यही नहीं, आतंकी संगठनों में युवाओं की भर्ती की साजिश भी वो रचता था. अब्दुल वाहिद की गिरफ्तारी के बाद अब जम्मू-कश्मीर पुलिस उसके नेटवर्क से जुड़े और लोगों का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है. इस घटना के बाद से किश्तवाड़ में भारतीय सुरक्षाबल अलर्ट पर हैं.