नईदिल्ली I भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि उनकी टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 में जबरदस्ती उन स्थितियों में खेलना पड़ा जो 100 प्रतिशत खेलने के मुफीद नहीं थीं. भारत और इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच चेस्टर ली स्ट्रीट में मैच खेला गया लेकिन इस मैच के शुरू होने में देरी हो गई थी क्योंकि बारिश आ गई थी. बारिश के खत्म होने के बाद जब मैच शुरू हुआ तो इंग्लैंड ने टॉस जीता और भारत को बल्लेबाजी के लिए बुलाया.
भारतीय महिला टीम बड़ा स्कोर नहीं कर पाई और सात विकेट खोकर 132 रन ही बना सकी. इंग्लैंड की टीम इस लक्ष्य को हासिल करने में कोई परेशानी नहीं हुई. उसने महज 13 ओवरों में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली.
खेलने लायक नहीं थी परिस्थितियां
मैदान गीला होने कारण इस पर फिसलने का डर था. पिच भी ऐसी नहीं थी जिस पर आसानी से स्ट्रोक लगाए जा सकें. भारत को फील्डिंग करने में भी परेशानी हुई. टीम ने कैच भी छोड़े और गेंद को सही से जज भी नहीं कर पाईं. मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, “मुझे लगता है कि अंत में हम उतने रन नहीं बना सके जितने में हम बना सकते थे. मुझे लगता है कि आज जबरदस्ती में खेले क्योंकि स्थितियां 100 फीसदी खेलने लायक नहीं थीं. लेकिन लड़कियों ने जिस तरह का खेल दिखाया उसे देखकर मैं काफी खुश हूं क्योंकि जब चोटिल होने का डर था वह खेलने को तैयार थीं. आपको इसी तरह के टीममेट्स चाहिए होते हैं जो किसी भी स्थिति में अच्छा कर सकें. हमारी टीम ने जिस तरह से प्रयास किए उसे देखकर मैं खुश हूं,”
चोटिल होते हुए बचीं खिलाड़ी
भारतीय गेंदबाजी के दौरान दूसरे ओवर में राधा यादव ने अपने बाईं तरफ डाइव मारी और गेंद रोकने की कोशिश की. इस दौरान उनका कंधा चोटिल हो गया. उनके कंधे में दर्द हो रहा था. इसी तरह के कई और मामले मैच देखने को मिले. हरमनप्रीत ने कहा, “मैं जानती हूं कि ये खेलने के लिए 100 फीसदी सही जगह नहीं थी, लेकिन हमने फिर भी प्रयास किए. मैं जानती हूं कि मैदान काफी गीला था. लेकिन कई सारे मौके थे जहां खिलाड़ी चोटिल हो सकते थे. हमारी एक खिलाड़ी चोटिल भी हो गई. वह हमारी मुख्य गेंदबाज थीं. इसलिए हम पिछड़ गईं.”