नईदिल्ली I पाकिस्तान की जेल में जासूसी के आरोप में मारे गए सरबजीत सिंह की पत्नी सुखप्रीत कौर की सड़क हादसे में मौत हो गई. बीते दिन सुखप्रीत कौर अपनी बेटी स्वप्नदीप से मिलने अपने पड़ोसी के साथ मोटरसाइकिल पर अमृतसर से जालंधर जा रही थी. इसी दौरान वह मोटरसाइकिल से पीछे गिर गईं, जिससे उनके सिर पर गहरी चोट आई और उनकी मौत हो गई.
सुखप्रीत कौर को सड़क हादसे के बाद इलाज के लिए अमृतसर के महाजन अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई. शव का पोस्टमार्टम कर परिवार को सौंप दिया गया है. हादसे में उनके सिर के पीछे और सीने में गंभीर चोटें लगी थीं.
पाकिस्तान की जेल में बंद थे सरबजीत
सुखप्रीत कौर का अंतिम संस्कार मंगलवार की सुबह भिखीविंड के श्मशान घाट में ही होगा. भारत के रहने वाले सरबजीत को पाकिस्तान की एक अदालत ने आतंकवाद और जासूसी के लिए दोषी ठहराया था. उन्हें 1991 में मौत की सजा सुनाई गई थी. हालांकि, सरकार ने 2008 में सरबजीत को फांसी देने पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी थी.
2013 में हुई थी सरबजीत की मौत
पति को जेल से बाहर निकालने के लिए सुखप्रीत कौर ने काफी कोशिशें की थी लेकिन, अप्रैल 2013 में लाहौर में कैदियों के झगड़े के बाद सरबजीत सिंह की मौत हो गई थी. वहीं, इसी साल जून महीने में सरबजीत की बहन दलबीर कौर का भी निधन हो गया था. उन्होंने भी अपने भाई को जेल से बाहर निकालने के लिए काफी संघर्ष किया था.
सरबजीत सिंह की बेटी स्वपनदीप कौर राजस्व विभाग में बतौर नायब तहसीलदार जालंधर में तैनात हैं. उनकी बेटी ने ही अपनी मां सुखप्रीत कौर को मिलने के लिए बुलाया था. मां की मौत के बाद अब उनके सिर से मां-बाप दोनों का साया उठ गया है.