नईदिल्ली I रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध को 6 महीने से अधिक हो गए हैं. इसके बावजूद अब तक दोनों देशों के बीच शांति बहाली नहीं हो पाई है. इस युद्ध में अब तक बड़ी संख्या में लोग भी मारे जा चुके हैं. लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी सेना को पीछे हटाने का तैयार नहीं है. इस बीच पूर्व नाटो प्रमुख रोज गोटमोलर ने दावा किया है कि रूस अब नए सिरे से हमला कर सकता है और ये हमला अब तबाही मचाने वाले हथियारों के साथ हो सकता है.
पूर्व नाटो चीफ ने कहा है कि रूस काला सागर या यूक्रेन के किसी सैन्य अड्डे को निशाना बनाकर उस पर परमाणु बम गिरा सकता है. रूस ऐसा यूक्रेन के लोगों को डराने के साथ साथ उनका समर्थन कर रहे वैश्विक समुदाय को डराने के लिए कर सकता है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी इस जंग में अब तक रूस के 80 हजार से अधिक सैनिकों के मारे जाने या घायल होने या पकड़े जाने का दावा किया गया है.
रूसी सेना से लगातार लड़ रही यूक्रेन की सेना
यूक्रेन ने सोमवार को रूस के खिलाफ युद्ध में जवाबी कार्रवाई जारी रखते हुए दावा किया था कि उसने एक के बाद एक गांवों को मुक्त कराया है और उसने एक क्षेत्र में आश्चर्यजनक कार्रवाई करते हुए हमलावरों को सीमा तक पीछे धकेल दिया. पूर्वोत्तर खारकीव के क्षेत्रीय गवर्नर ओले सिनीहुबोव ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में, हमारे रक्षक रूसी संघ के साथ लगती राज्य की सीमा तक पहुंच गए. हमले के पहले दिन 24 फरवरी को रूसी सैनिकों ने इस क्षेत्र में सीमा पार की थी.
फिर से हो रहे संगठित
रूस ने सैन्य घटनाक्रम को यह कहकर स्वीकार किया कि वह फिर से संगठित हो रहा है. पूरे युद्ध में सैन्य दावों को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करना कठिन रहा है. बिजली केंद्रों और अन्य बुनियादी ढांचे पर रविवार को रूसी हमलों से पूरे यूक्रेन में कई जगहों पर बिजली ठप होने के बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने यह भी कहा कि खारकीव क्षेत्र में बिजली और पानी की आपूर्ति लगभग 80 प्रतिशत तक बहाल कर दी गई है. खारकीव के मेयर इहोर तेरखोव ने टेलीग्राम पर लिखा, ‘आप नायक हैं. उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने खारकीव के लिए मुश्किल रात में शहर के जीवन को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए हरसंभव प्रयास किया.’