छत्तीसगढ़

महंत के कमरे में CBI को मिला खजाना, तीन करोड़ कैश, कई किलो सोना-चांदी भी, नरेंद्र गिरि ने लगाई थी फांसी

प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद गुरुवार को एक बार फिर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी पहुंची। यहां महंत के उस कमरे को खोला गया, जिसे लगभग एक वर्ष पहले सील किया गया था।

कैश और जेवरात समेत 10 क्विंटल देशी घी औऱ कारतूस भी मिले

कमरे से करीब तीन करोड़ रुपये नकद, कई किलो सोना, चांदी, मठ की प्रापर्टी के कागजात, 10 कुंतल देशी घी, कई कारतूस, कीमती घड़ियां सहित अन्य सामान मिले। कारतूस को पुलिस और साक्ष्य से संबंधित कुछ सामानों को सीबीआइ ने अपने कब्जे में ले लिया। नौ घंटे तक चली कवायद के बाद CBI ने मठ की संपत्ति और महंत के कमरे के चाबी महंत बलवीर गिरि को सौंपकर चली गई।

20 सितंबर 2001 को मठ के कमरे में महंत मिले थे मृत

मठ के अतिथि कक्ष में 20 सितंबर 2021 को महंत नरेंद्र गिरि की मौत हुई थी। उनका शव फंदे पर लटकता मिला था। उनके शिष्य आनंद गिरि, मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी व उनके बेटे संदीप के खिलाफ महंत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा कायम किया गया था।

संत की मृत्यु देश भर में रही सुर्खियों में

एक नामचीन संत की मृत्यु की यह घटना पूरे देश में कई दिनों तक सुर्खियों में रही। जिसके बाद मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई थी। सीबीआइ मठ से लेकर मंदिर तक कई दिनों तक पूछताछ, छानबीन और साक्ष्य जुटाती रही। इसी दौरान मठ के अतिथि कक्ष और महंत नरेंद्र गिरि के आराम कक्ष, शयन कक्ष सहित एक अन्य कमरे को सील कर दिया था। सील करने से पहले सीबीआइ की टीम ने वहां रखे सभी सामानों की सूची तैयार की थी। नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद मठ की गद्दी बलवीर गिरि को मिली तो उन्होंने कमरे को खोलने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी, मगर वहां से अर्जी खारिज हो गई थी। इसके बाद शासन को पत्र भेजा गया था।

इसी क्रम में गुरुवार को सीबीआइ के एडिशनल एसपी किशन सिंह नेगी व इंस्पेक्टर आरपी शुक्ला दिल्ली से प्रयागराज आए। उच्चाधिकारियों से बात करने के बाद वह एसीएम, रजिस्ट्रार चतुर्भुज पांडेय, सीओ कर्नलगंज राजेश यादव, इंस्पेक्टर जार्जटाउन बृजेश सिंह, बैंक अधिकारी समेत कई अन्य अधिकारियों के साथ सुबह लगभग साढ़े 11 बजे मठ पहुंचे।

मठ में थी नोट गिनने वाली मशीन

इसके बाद महंत बलवीर गिरि के सामने सील किए गए कमरे को खोलकर पूर्व में बनाई गई सूची से सभी सामान का मिलान कराया गया। मठ में पहले से रखी नोटों की गिनती करने वाली मशीन से कमरे में मिले करीब तीन करोड़ रुपयों की गिनती की गई। रात आठ बजे मठ की सभी संपत्ति और कमरे की चाबी सीबीआइ ने महंत बलवीर गिरि को सौंपी। पूरी कार्रवाई की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई।

पुलिस ने कब्जे में लिए कारतूस

बताया जा रहा है कि महंत के कमरे से 315 और 312 बोर के 13 कारतूस मिले, जिस पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि कमरे से पुलिस को काेई असलहा नहीं मिला। अधिकारियों का कहना है मठ की सील की गई अचल संपत्ति को वापस कर दिया गया है।

लखनऊ से आए थे बैंक के अधिकारी-

सीबीआइ के साथ लखनऊ से स्टेट बैंक आफ इंडिया के विशेष अधिकारी मठ पहुंचे थे। बताया गया कि अधिकारी कैश काउंटिंग मशीन लेकर आए थे, लेकिन मठ में पहले से मौजूद मशीन से ही उन्होंने रुपयों की गिनती की।

महंत ने यह बताया

सीबीआइ को साक्ष्य के रूप में जो सामान लेना था, वह ले लिया है। शेष संपत्ति को मठ को सौंप दिया है। इसमें जमीन से जुड़े कागजात सहित अन्य सामान हैं। कमरे की चाबी भी मिली है।

– बलवीर गिरि, महंत श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी