छत्तीसगढ़

धीमी बल्लेबाजी को लेकर हो रही आलोचना पर बोले केएल राहुल- हम आपसे ज्यादा खुद की निंदा करते हैं

नईदिल्ली I भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मंगलवार से तीन मैचों की टी-20 सीरीज की शुरुआत हो रही है। इसके बाद टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी टी-20 सीरीज खेलनी है। इन दोनों सीरीज के जरिये भारतीय टीम टी-20 वर्ल्ड कप से पहले अपनी कमजोरियों पर ध्यान देना चाहेगी। इनमें सबसे बड़ी कमजोरी केएल राहुल का फॉर्म है। वह चोट से वापसी करने के बाद कुछ खास टच में नहीं दिखे हैं। जनवरी 2021 के बाद से राहुल का टी-20 अंतरराष्ट्रीय में स्ट्राइक रेट 127.96 का रहा है। इसकी वजह से उनकी काफी आलोचना भी होती है।

यही वजह है कि फैन्स विराट कोहली को रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग भेजने की मांग कर रहे हैं। कोहली ने हाल ही में एशिया कप में ओपनिंग करते हुए शतक जड़ा था। हालांकि, कप्तान रोहित ने रविवार को कहा था कि चाहे कुछ भी हो राहुल ही टीम इंडिया के लिए ओपनिंग करेंगे। साथ ही उन्होंने कोहली को बैकअप ऑप्शन बताया था। मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच से पहले सोमवार को राहुल ने उनकी हो रही आलोचनाओं का जवाब दिया।

भारतीय टीम के उपकप्तान राहुल ने कहा कि वह अपने खेल के विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहे हैं और स्ट्राइक रेट बेहतर करना निश्चित रूप से उनमें से एक है। राहुल ने कहा- ड्रेसिंग रूम में कोई भी परफेक्ट नहीं है। हर कोई किसी न किसी तकनीक पर काम कर रहा है। हर किसी की एक निश्चित भूमिका है। जाहिर है, स्ट्राइक रेट ओवरऑल देखा जाता है। आप कभी नहीं देख पाएंगे कि वह बल्लेबाज कब किस स्ट्राइक रेट पर खेला है। यह कोई नहीं देखता कि उस वक्त 200-स्ट्राइक रेट पर खेलना महत्वपूर्ण था या क्या टीम उस वक्त 100-120 स्ट्राइक रेट से खेलकर भी जीत सकती थी। ये ऐसी चीजें हैं जिनका विश्लेषण हर कोई नहीं करता है। इसलिए जब आप उस पर ध्यान देते हैं तो यह कम दिखता है।

राहुल ने कहा- स्ट्राइक रेट पर मैं काम कर रहा हूं। जाहिर है, पिछले 10-12 महीनों में प्रत्येक खिलाड़ी के लिए जो नियम परिभाषित किए गए हैं, आप बहुत स्पष्ट रूप से जानते हैं और हर खिलाड़ी समझता है कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है और हर कोई इसके लिए काम कर रहा है। लंबी चोट के बाद वापसी करने के बाद से राहुल को रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है।

दाएं हाथ के ओपनर ने स्वीकार किया कि उन्हें आत्मविश्वास जगाने में कुछ मैचों का समय लगा है। राहुल ने कहा- मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। जाहिर है इसमें कुछ समय लगा क्योंकि मैं चोट के बाद वापस आया हूं। मैदान पर समय बिताना मेरे लिए जरूरी था। इसलिए एशिया कप में खेलना और जिम्बाब्वे जाना वास्तव में महत्वपूर्ण था। अब मैं ठीक हूं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ चुनौती के लिए तैयार हूं । घर पर वापस खेलना मजेदार होगा। मैं अपना बेस्ट देने के लिए उत्सुक हूं।

पिछले कुछ वर्षों में विश्व कप और एशिया कप सहित बहु-राष्ट्र टूर्नामेंटों में भारत के खराब प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा कि आलोचना स्वाभाविक है और भारतीय टीम के खिलाड़ी प्रशंसकों या किसी और से ज्यादा खुद की आलोचना करते हैं। राहुल ने कहा- ड्रेसिंग रूम में एक खिलाड़ी के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसका कप्तान, उसका कोच और उसके खिलाड़ी उसके बारे में क्या सोचते हैं। केवल हम ही जानते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति से किस भूमिका की अपेक्षा की जाती है और हर कोई अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हर वक्त कोई खिलाड़ी सफल नहीं हो सकता। हमने इस तरह का माहौल बनाया है जहां खिलाड़ी गलती करने या असफल होने से नहीं डरते।

राहुल ने कहा- आलोचना तो हर बार होती है। आप में से किसी से भी ज्यादा हम खुद की आलोचना करते हैं। हम जीतने का सपना देखते हैं। हम देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हम विश्व कप जीतना चाहते हैं जो हमारे दिमाग में है। जब हम अच्छा नहीं करते हैं तो हमें सबसे ज्यादा दुख होता है। यह इस बारे में है कि हमारी टीम में क्या चल रहा है। हमारे पास ऐसा सपोर्ट स्टाफ और लीडर है जो न केवल अच्छे प्रदर्शन की सराहना करता है बल्कि कठिन समय में भी हमें मजबूत होने की बात कहते हैं और हमें सहारा देते हैं।