छत्तीसगढ़

अर्पिता की LIC पॉलिसी के लिए डेढ़ करोड़ का प्रीमियम देते थे पार्थ, ED की चार्जशीट में खुलासा

कोलकाता I पश्चिम बंगाल के एसएससी भर्ती घोटाले मामले में ईडी ने पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के 58 दिन बाद चार्जशीट पेश की. चार्जशीट बैंकशाल कोर्ट में पेश की गई. ईडी की ओर से पेश चार्जशीट में अर्पिता मुखर्जी की 31 जीवन बीमा पॉलिसियों का जिक्र किया गया है. चार्जशीट में कहा गया कि उन 31 जीवन बीमा का प्रीमियम डेढ़ करोड़ रुपए है, जिसका भुगतान पार्थ चटर्जी करते थे. 31 बीमाओं में से अधिकांश का प्रीमियम 50,000 रुपये है और कुछ बीमा प्रीमियम 45 हजार रुपये हैं. ईडी को यह जानकारी पार्थ चटर्जी के मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच के बाद मिली है.

ईडी ने दावा किया कि ईडी को बैंक से मिले दस्तावेजों के साथ बीमा प्रीमियम की जानकारी का भी मिलान किया गया. इससे पहले ईडी ने कोर्ट को बताया था कि अर्पिता के इन 31 प्रीमियम के लिए पार्थ चटर्जी बैंक में पैसा जमा करते थे. इस बार चार्जशीट में उस जानकारी का हवाला देते हुए सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी ने जानकारी दी कि बैंक में कुल डेढ़ करोड़ रुपये जमा थे.

ईडी के अधिकारियों को मोबाइल से मिली जानकारी

खुफिया सूत्रों के मुताबिक पहले पार्थ चटर्जी का मोबाइल फोन जब्त किया गया. इसके बाद इसे सीएफएसएल भेजा गया. फिर वहां से डिलीट किया हुआ डाटा कलेक्ट किया गया. यह देखा गया कि पूर्व मंत्री के मोबाइल पर बीमा राशि जमा होने का एसएमएस आया है. इसके बाद केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने उन बैंकों से संपर्क किया, जिनका बीमा किया गया था. दस्तावेज मांगे गए हैं. उनकी जांच की गई और जांच में पता चला कि पैसे का भुगतान पार्थ चटर्जी ने किया था. यह ज्ञात है कि एलआईसी की पॉलिसी पिछले 2015 से हैं इसका प्रीमियम पिछले सात साल से जमा हो रहा है.

ईडी ने पार्थ और अर्पिता की कुर्क की 103 करोड़ की संपत्ति

बता दें कि कल 172 पेज का चार्जशीट पेश किया गया था. ईडी के अधिकारी दस्तावेजों को ट्रंक में ले गए. ईडी सूत्रों के मुताबिक भर्ती भ्रष्टाचार में 103 करोड़ रुपये की अचल-अचल संपत्ति जब्त की गई है. ईडी सूत्रों के मुताबिक 40 अचल संपत्तियों को जब्त किया गया है, जिसकी कीमत 40.33 करोड़ रुपये है., कुल 48.22 करोड़ चल-अचल संपत्तियां जब्त की गई हैं और 35 बैंक खातों को जब्त किया गया है. जब्त की गई कई संपत्तियां पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के नाम हैं. इसके अलावा कई संपत्तियां शेल कंपनी के नाम पर भी हैं. 27 और 28 जुलाई को अर्पिता मुखर्जी के कई फ्लैटों की तलाशी ली गई और कुल 49.80 करोड़ रुपये और 5.08 करोड़ रुपये के सोने और आभूषण जब्त किए गए थे.