नईदिल्ली I कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव शेड्यूल गुरुवार को जारी किया गया है. ऐसे में कई बड़े नेता पार्टी अध्यक्ष की सूची में अपना नाम जोड़ने की कवायद में लगे हैं. शशि थरूर से लेकर अशोक गहलोत तक पार्टी के कई बड़े दिग्गजों का नाम सामने आ रहा है. अब पंजाब के आनंदपुर साहिब से लोकसभा सांसद मनीष तिवारी भी पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने का मूड बना चुके हैं. वह रविवार को दिल्ली जाएंगे और अपने समर्थकों से मुलाकात करेंगे. इसके बाद ही वह अंतिम फैसला लेंगे.
बता दें कि कांग्रेस के अन्य दलों में अध्यक्षता का मनीष तिवारी को पहले भी अनुभव रहा है. वह 5 साल तक एनएसयूआई कांग्रेस के और 2 साल तक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. मनीष तिवारी कांग्रेस के आंतरिक विरोधी दल G-23 के सदस्य भी रहे हैं. वह पार्टी से हटकर कई बार अपनी अलग राय रख चुके हैं. फिलहाल मनीष अभी चंडीगढ़ में हैं और वहां अपने समर्थकों से चर्चा कर रहे हैं.
19 अक्टूबर को होंगे नतीजे घोषित
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी गई और इसके साथ ही देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के सर्वोच्च पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को चुनने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से आरंभ हो गई. पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की ओर से यह अधिसूचना जारी की गई.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना जारी होने के बाद अब नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे.
राहुल को मनाने का आखिरी प्रयास करेंगे गहलोत
अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले बुधवार को, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने का स्पष्ट संकेत देने के बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि 22 साल बाद देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रमुख चुनाव के जरिये चुना जाएगा. गहलोत ने कहा कि वह पार्टी का फैसला मानेंगे, लेकिन उससे पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाने का एक आखिरी प्रयास करेंगे.
दूसरी तरफ, पहले से ही चुनाव लड़ने का संकेत दे रहे लोकसभा सदस्य थरूर ने बुधवार को कांग्रेस के मुख्यालय में पहुंचकर पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात की और नामांकन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की. कुछ अन्य नेताओं के भी चुनावी मैदान में उतरने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता.