नई दिल्ली। राजस्थान में नए सीएम को लेकर पेंच फंस गया है। माना जा रहा था कि अशोक गहलोत के दिल्ली आने के बाद सचिन पायलट प्रदेश के नए मुखिया बनेंगे। इस बीच कांग्रेस विधायकों की बगावत से पूरी कहानी ही बदल गई है। गहलोत गुट के विधायक सचिन पायलट को सीएम पद के रूप में नहीं देखना चाहते। बस इसी बात की नाराजगी ने उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया।
विधायकों का कहना है कि सचिन पायलट को हम सीएम पद पर नहीं देखना चाहते। गहलोत गुट के विधायकों के अलावा खुद सीएम अशोक गहलोत को सचिन का नाम सीएम पद के लिए मंजूर नहीं था। वह शुरू से सीपी जोशी को अपनी सीएम को सीएम पद पर देखना चाहते है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भाजपा का तंज
मुख्यमंत्री के पद को लेकर राजस्थान कांग्रेस में चल रहे संकट से भाजपा में खुशी का माहौल है। भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे पर इंटरनेट मीडिया पर ट्वीट करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सचिन पायलट की एक तस्वीर ट्विटर पर साझा की है। यह तस्वीर चार साल पहले खुद राहुल गांधी ने साझा की थी।
इस फोटो के साथ भूपेंद्र यादव ने लिखा-कृपया पहले इन्हें जोड़ लो। स्पष्ट रूप से उनका तंज राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की ओर था। भाजपा इससे पहले भी भारत जोड़ो यात्रा का मजाक उड़ाती रही है। उसके अनुसार, कांग्रेस को पहले पार्टी जोड़ने की तरफ ध्यान देना चाहिए। कई वरिष्ठ नेता पिछले कुछ समय के भीतर कांग्रेस छोड़ चुके हैं।
कांग्रेस सरकार फिर बाड़ेबंदी में जाने को तैयार: शेखावत
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस सरकार फिर बाड़ेबंदी में जाने को तैयार है। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि पायलट के प्रति सहानुभूति है। हम कांग्रेस का खेल देख रहे हैं।
विधायकों ने गहलोत को ही माना अपना नेता
वहीं कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि विधायकों ने अशोक गहलोत को ही अपना नेता माना है।अगर विधायकों की इच्छा के आधार पर ही मुख्यमंत्री का चयन होता है तो सरकार ठीक तरह से चलती रहेगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो सरकार गिरने का खतरा है।
कांग्रेस के खिलाफ बगावत करने पर पायलट को घेरा
लोकदल कोटे से राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने पायलट का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला। गर्ग ने कहा कि जिन लोगों (पायलट) ने 2 साल पहले सरकार गिराने की कोशिश की, उन्हें प्रदेश की कमान सौंपने की तैयारी की जा रही है। इससे पार्टी और सरकार दोनों कमजोर हो सकते हैं।