नईदिल्ली I राजस्थान में मचे सियासी संकट और पायलट और गहलोत गुट की खींचतान के बीच अब बीजेपी की एंट्री हो गई है. राजस्थान सरकार में मंत्री और गहलोत के वफादार माने जाने वाले प्रताप सिंह खाचरियावास ने हैरान कर देने वाला बयान दिया. जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री ने कहा कि अशोक गहलोत के दिल्ली जाने के बाद सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाना राज्य को बीजेपी को सौंपने के बराबर होगा. वहीं उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि बीजेपी का खेल शुरू हो गया है और प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग, सीबीआई के अधिकारी राजस्थान में बैठे हैं जिसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सड़कों पर लड़ना होगा.
खाचरियावास ने कहा कि हमारी सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस का हर विधायक और कार्यकर्ता एकजुट है और हम सड़कों पर खून भी बहा सकते हैं. बता दें कि राज्य की उथलपुथल के बीच पहली बार गहलोत कैंप के किसी मंत्री ने बीजेपी पर राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश का आरोप लगाया है.
वहीं सूत्रों का कहना है कि बीते 25 सितंबर को जयपुर में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक के दौरान मचे बवाल और गहलोत गुट के विद्रोह से गांधी परिवार बेहद नाराज है. उनका दावा है कि उस दिन गहलोत राज्य के सीमावर्ती इलाके में एक मंदिर में थे जहां कोई सेलफोन कनेक्टिविटी नहीं थी और इस दौरान दिल्ली में किसी भी नेता को आश्वस्त नहीं किया गया.
केंद्रीय पर्यवेक्षकों से नाराज गहलोत गुट
वहीं खाचरियावास ने मंगलवार को कहा कि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में जिस तरह से कांग्रेस विधायकों द्वारा सामूहिक दलबदल के बाद बीजेपी सरकार बनाई गई राजस्थान में भी वही साजिश रचने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी कहीं भी सरकार गिराने में विफल रही है तो वह राजस्थान है. उन्होंने 2020 में सचिन पायलट के विद्रोह को याद करते हुए कहा कि उस दौरान कई लोगों ने बीजेपी से हाथ मिलाया था.
मालूम हो कि सियासी घटनाक्रम के बाद विधायकों की धारीवाल के घर समानांतर बैठक को लेकर अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी को फोन सफाई पेश की और कहा था कि राजस्थान में जो भी हुआ, उसके पीछे उनका हाथ नहीं है. लेकिन इधर दिल्ली के कई प्रमुख नेताओं ने मुख्यमंत्री पर कांग्रेस को “अपमानित” करने का आरोप भी लगाया. गहलोत गुट का कहना है कि केंद्रीय पर्यवेक्षक पायलट के पक्ष में पूर्वाग्रह लेकर आए थे. शांति धारीवाल ने कहा कि अजय माकन पायलट की पैरवी कर रहे थे और उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं.
आलाकमान में जताई आस्था
इसके अलावा खाचरियावास ने आलाकमान को लेकर कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को बचाने के लिए एक-एक विधायक और कार्यकर्ता कल भी एक था, आज भी एक है और हम सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आह्वान पर सड़कों पर खून बहा देंगे. वहीं विधायक दल की बैठक को लेकर एक बार फिर वह बोले कि यह लोकतंत्र है जहां अचानक विधायकों को पता चलता है कि मीटिंग हो गई और सीएम बदलने की कोई अफवाह फैलती है तो क्लीयर कर दीजिए, यह परिवार का मामला है.