छत्तीसगढ़

मूसेवाला हत्याकांड: ना हथकड़ी, ना सिक्योरिटी, फिर होटल से फिल्मी अंदाज में भागा टीनू

नईदिल्ली I अक्सर फिल्मों में देखने को मिलता है कि पुलिस किसी बड़े अपराधी को गिरफ्तार करती है. फिर उसे पकड़कर किसी गुप्त जगह पर ले जाती है. वहां उससे पूछताछ करती है. लेकिन कभी कभी इसी दौरान अपराधी पुलिस को चकमा दे देता है और फरार हो जाता है. यह भले ही फिल्मी कहानी हो, लेकिन कुछ ऐसा ही पंजाब में हुआ है. पंजाब पुलिस की गिरफ्त से सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का आरोपी फरार हो गया है. रविवार को एक पुलिस अफसर उसे अपनी कार से लेकर गया था और फिर दीपक टीनू नाम का यह अपराधी मौका देखकर फरार हो गया. उसके भागने की कहानी भी फिल्मी है.

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपियों में शामिल गैंगस्टर दीपक टीनू पंजाब के मानसा जिले में पुलिस हिरासत से फरार हो गया. राज्य पुलिस ने इसके जिम्मेदार प्रभारी अधिकारी को बर्खास्त करने के साथ ही उसे गिरफ्तार कर लिया है. प्रारंभिक जांच के अनुसार हरियाणा के भिवानी के रहने वाले दीपक टीनू को क्राइम इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी सीआईए प्रभारी प्रीतपाल सिंह सीआईए के लॉकअप से अपनी कार में ले गया था और उसके बाद टीनू फरार हो गया.

बैंक के ऊपर स्थित गेस्ट हाउस में लेकर गया था CIA प्रभारी!

इस पूरे मामले में यह बात भी सामने आई है कि जब सीआईए प्रभारी टीनू को अपनी कार में ले गया था, तब उसे ना तो हथकड़ी लगाई गई थी और ना ही उसके साथ में कोई पुलिसकर्मी मौजूद था. बताया गया है कि सीआईए प्रभारी उसे लेकर झुनीर गया था. वहां पंजाब नेशनल बैंक की शाखा के ऊपर बने गेस्ट हाउस स्थित है. कहा जा रहा है कि वहां अक्सर पुलिस अपराधियों को पूछताछ के लिए लेकर जाती है. जानकारी के मुताबिक सीआईए प्रभारी टीनू को रात में करीब 11 बजे गेस्ट हाउस में लेकर गया था. पुलिस अधीक्षक ने मामले में कहा है कि गैंगस्टर को अपने साथ ले जाने के लिए सीआईए प्रभारी की ओर से कोई अनुमति नहीं ली गई थी. उन्होंने कहा कि मामले की सभी एंगल से जांच की जाएगी.

मोबाइल होने की भी बात सामने आई

यह भी बात सामने आई है कि दीपक टीनू फरार होने की पहले भी प्लानिंग कर रहा था. वह लॉकअप में भी किसी ना किसी से लड़ता रहता था. किसी कैदी के साथ लड़ाई में उसे एक बार चोट भी लगी थी. पुलिस ने बाहर लाकर उसका मेडिकल भी कराया था. वह पहले भी पुलिस की गिरफ्त से भाग चुका था. ऐसे में पुलिस की ओर से इस बार लापरवाही बरती गई. पुलिस अफसरों ने बताया है कि टीनू के पास मोबाइल होने की भी बात सामने आई है. कहा जा रहा है कि इसी से वह इंटरनेट कॉलिंग के जरिये अपने साथियों से संपर्क में था. उसके फरार होने के तरीके से यह आशंका जताई जा रही है कि वह बाहर मौजूद अपने साथियों से संपर्क में था और उन्होंने भागने में उसकी मदद की है.

हरियाणा में घुसने की आशंका

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिसने भी टीनू की भागने में मदद की होगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस की कई टीमें और शाखाओं की टीम गैंगस्टर को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. दीपक टीनू पहले कपूरथला जेल में बंद था. बाद में उसे गोइंदवाल साहिब जेल में शिफ्ट किया गया था. मानसा जिले की पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई थी. अब उसके फरार होने के बाद आशंका जताई जा रही है कि टीनू हरियाणा में भी घुस चुका है. कहा जा रहा है कि वह किसी गांव में छिपा हुआ है. उसकी तलाश के लिए हरियाणा और राजस्थान में अलर्ट जारी किया गया है.

पहले भी आंखों में मिर्च स्प्रे करके भाग चुका है टीनू

इससे पहले 2017 में कई राज्यों में हत्या और जबरन वसूली सहित कई मामलों का सामना करने वाला टीनू हरियाणा से एक अन्य गैंगस्टर और अपने सहयोगी की मदद से एक पुलिस अधिकारी की आंखों में मिर्च स्प्रे करने के बाद भाग गया था. बाद में उसी साल दिसंबर में उसे भिवानी पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था. पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को मूसेवाला के नाम से मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सिद्धू की हत्या उस समय की गई थी जब वह अपने दोस्त और चचेरे भाई के साथ एक जीप में मानसा के जवाहर के गांव जा रहे थे. उनके वाहन को रोककर छह शूटर ने गोलियां चलाईं थीं.

बिश्नोई गिरोह के सदस्य गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. टीनू उन 24 आरोपियों में शामिल है, जिनके खिलाफ हत्या के इस मामले में आरोपपत्र दाखिल किया गया है. वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया का करीबी सहयोगी है और उनके साथ विभिन्न जेलों में बंद रह चुका है. टीनू कथित तौर पर मूसेवाला की हत्या की साजिश में शामिल था.