छत्तीसगढ़

अमेरिकी राजदूत ने PoK को बताया आजाद कश्मीर, भारत ने दिया दो टूक जवाब

नईदिल्ली I भारत ने अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम के पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर की यात्रा पर आपत्ति जताई है. अमेरिकी राजदूत ने यहां विवादित टिप्पणी भी की और पीओके को ‘आजाद जम्मू कश्मीर’ बताया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अमेरिकी राजदूत द्वारा पीओके में दौरे और बैठकों पर मोदी सरकार की आपत्ति से वाशिंगटन को अवगत करा दिया गया है. पीओके की अपनी यात्रा के दौरान ब्लोम ने एक बार नहीं, बल्कि बार-बार पीओके को ‘आजाद कश्मीर’ बताया. इतना ही नहीं उन्होंने अपने ट्वीट में भी पीओके को एजेके यानि ‘आजाद जम्मू-कश्मीर’ बताया.

अमेरिकी राजदूत ने ट्वीट किया, “कायद-ए-आज़म मेमोरियल डाक बंगला पाकिस्तान की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक समृद्धि का प्रतीक है, जिसका 1944 में जिन्ना ने भी दौरा किया था. मैं एजेके की अपनी पहली यात्रा के दौरान सम्मानित महसूस कर रहा हूं.” अमेरिकी कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर के इस क्षेत्र का दौरा करने के बाद, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अमेरिकी राजनयिक की यह दूसरी हाई-प्रोफाइल यात्रा है.

ऐसी यात्राएं हमारी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन- विदेश मंत्रालय

भारत ने कड़े शब्दों में कहा है, “उन्होंने जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से का दौरा किया, जिस पर पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया था. अगर ऐसी राजनेता अपनी संकीर्ण सोच वाली राजनीति करना चाहते हैं तो यह उसका बिजनेस हो सकता है, लेकिन ऐसी यात्राएं हमारी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है.” भारत ने 1994 में एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें कहा गया था कि पीओके भारत का हिस्सा है और पाकिस्तान को अपने अवैध कब्जे को खाली करना चाहिए.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिया था बड़ा बयान

जुलाई में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीओके को भारत का हिस्सा बताते हुए कड़ा बयान दिया था. जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए, रक्षा मंत्री ने शारदा पीठ का आह्वान किया था, जिसमें नीलम घाटी में किशन गंगा नदी के करीब स्थित हिंदू देवी सरस्वती के मंदिर के खंडहर हैं, जिन्हें शारदा भी कहा जाता है. मुजफ्फराबाद से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थल कश्मीरी पंडितों के लिए धार्मिक महत्व रखता है.