नईदिल्ली I कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच केरल के कोझिकोड में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां के कोयिलैंडी में बुर्का पहनकर संदिग्ध रूप से घूम रहे मंदिर के एक पुजारी को लोगों ने पकड़ा है. इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. स्थानीय थाना पुलिस के मुताबिक, मामला 7 अक्टूबर का है. आरोपी पुजारी की पहचान 28 वर्षीय जिष्णु नंबूथिरी के रूप में हुई है. उसे ऑटो चालकों ने कोयिलैंडी जंक्शन पर बुर्का पहने हुए पकड़ा था. वहीं, यह घटना अब पूरे इलाके के लिए चर्चा का विषय बन गया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिष्णु नंबूथिरी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है. इसलिए, उसके रिश्तेदारों के पुलिस स्टेशन पहुंचने के बाद जिष्णु नंबूथिरी को छोड़ दिया गया. पुलिस का कहना है कि वह मेप्पयूर के पास एक मंदिर में पुजारी के रूप में काम करता है. उसने बुर्का इसलिए पहना था, क्योंकि उसे चिकन पॉक्स था. हालांकि, पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में उन्हें चिकन पॉक्स का कोई निशान नहीं मिला है. दरअसल, बुर्का मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला एक ढीला वस्त्र है, जो सिर से पैर तक पूरे शरीर को ढकता है.
वह अल्लाह की मर्जी से यहां आया था
बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बरेली में एक इसी तरह का मामला सामने आया था. तब रामलीला के दौरान मंच के पास लोगों ने एक संदिग्ध शख्स को बुर्का पहने हुए पकड़ा था. लोगों का कहना था वह मेले में इधर- उधर घूम रहा था. ऐसे में उसकी गतिविधियों पर लोगों का संदेह हुआ और उसे पकड़ लिया गया. जब उसने बुर्का हटाया तो वह युवक निकला. ऐसे में मेले में मौजूद लोगों ने गुस्से में आकर उसकी पिटाई शुरू कर दी और उसे पुलिस के हवाले कर दिया. खास बात यह है कि जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कहा कि वह अल्लाह की मरजी से यहां आया था.
दुनिया में कोई भी मुझे सजा नहीं दे सकता है
पुलिस के मुताबिक, आरोपी युवक के चेहरे पर गलती के लिए कोई पछ्तावा नहीं था. पुलिस पूछताछ में वह बार-बार यही कहता रहा कि अल्लाह की मर्जी से वह यहां आया है. अगर अल्लाह ने चाहा तो उसे सजा जरूर मिलेगी. युवक ने कहा कि मेरे रब की मर्जी नहीं होगी तो दुनिया में कोई भी मुझे सजा नहीं दे सकता है.