नईदिल्ली I स्पेस की अनोखी घटनाओं पर अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की पैनी नजर रहती है। इसका प्रमुख कारण सदियों से पृथ्वी के लिए खतरा बने एस्टेरॉयड्स की अनियमित गति है। क्षुद्र ग्रहों की गति धरती को कभी भी नुकसान पहुंचा सकती है। आज धरती के नजदीक आने वाले एक ऐसे से एस्टेरॉयड के खतरे से नासा ने आगाह किया है, जो 15,768 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से धरती की ओर बढ़ रहा है। ये 40 लाख किलोमीटर का सफर तय करके पृथ्वी की नजदीक आ रहा है। आइए जानते हैं कि इस एस्टेरॉयड से पृथ्वी को कैसे नुकसान हो सकता है?
110 फीट चौड़ा है एस्टेरॉयड
धरती की करीब 9 अक्टूबर को गुजरने वाला विशाल एस्टेरॉयड 110 फुट चौड़ा है। ये पृथ्वी की करीब पहुंच रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्पेस एजेंसी नासा ते मुताबिक ये क्षुद्रग्रह 15,768 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है।
गति की दिशा में परिवर्तन ला सकती है तबाही
नासा के साइंटिस्ट्स के एक निष्कर्ष के मुताबिक फिलहाल एस्टेरॉयड जिस दिशा में आगे बढ़ रहा है उससे धरती को खतरा नहीं है। लेकिन अगर इसकी दिशा में परिवर्तन होता है तो बड़ी आपदा हो सकती है।
पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है विशाल ऐस्टेरॉयड
एस्टेरॉयड को लेकर NASA ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। एजेंसी ने इस क्षुद्रग्रह को 2022 SV11 नाम दिया गया है। इसे पहली बार इस साल 24 सितंबर को स्मॉल-बॉडी डेटाबेस के अनुसार देखा गया था। जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) की ओर जारी जानकारी के अनुसार, क्षुद्रग्रह पृथ्वी के करीब 40 लाख किलोमीटर नजदीक आने वाला है। सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज (CNEOS) ने इसको लेकर चौंकाने वाला डेटा जारी किया है।
ऐसे पृथ्वी पर हो सकता है खतरा
CNEOS के अनुसार एस्टेरॉयड 15,768 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर रहा है। नासा के साइंटिस्ट्स ने इसको लेकर आगाह किया है। नासा के अनुसार अगर जिसक गति से एस्टेरॉयड धरती की ओर बढ़ रहा है उसमों वो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में फंस जाता है तो उसे हमारे ग्रह तक पहुंचने में एक बड़ी समस्या हो सकती है। हालांकि नासा ने कहा है कि एस्टेरॉयड संभवतः स्पेस में एक सुरक्षित मार्ग बना लेगा। फिर भी एहतियात के तौर पर वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर टेलीस्कोप से एस्टेरॉयड पर नजर रखी जार रही है।
DART Mission के लिए मौका
11 अक्टूबर को नासा पिछले महीने आयोजित डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण (DART) पर ब्रीफ करेगा। जिसमें डार्ट मिशन को लेकर पूरी तरह से जानकारी दी जाएगी। इस ब्रीफिंग में पृथ्वी के नजदीक से गुजरने वाले पृथ्वी के नजदीक से गुजरने वाले इस ऐस्टेरॉयड को लेकर भी जानकारी दी जाएगी। नासा ने कहा कि मिशन का पूरा एनासिस करने में वक्त लगता है क्योंकि एजेंसी पृथ्वी की ओर हर दिन आने वाले विशाल एस्टेरॉयड को लेकर नजर रखती है। पृथ्वी की ओर बढ़ने वाले इस एस्टेरॉयड से किसी भी खतरे की स्थिति बनने पर नासा के डार्ट मिशन के लिए ये एक और मौका हो सकता है।