छत्तीसगढ़

उद्धव ठाकरे गुट को मिला ‘मशाल’ चुनाव चिह्न, पार्टी का नाम होगा ‘शिवसेना-उद्धव बाला साहब ठाकरे’

मुंबई I चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को मशाल चुनाव चिह्न दिया है. उद्धव ठाकरे गुट की पार्टी का नाम ‘शिवसेना- उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ होगा. चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को अंतरिम आदेश के तहत आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जलती हुई मशाल चुनाव चिह्न आवंटित किया है. चुनाव आयोग इस फैसले के बाद उद्धव ठाकरे गुट के नेता भास्कर जाधव ने कहा कि इसे बड़ी जीत मानते हुए हम खुश हैं. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट की पार्टी का नाम बालासाहेबआंची शिवसेना होगा. केंद्रीय चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट द्वारा चुनाव चिह्न को लेकर भेजे गये तीनों सुझावों को नहीं माना. उन्हें फिर से मंगलवार (11 अक्टूबर) सुबह 10 बजे तक 3 चुनाव चिह्न भेजने को कहा है.

इससे पहले सोमवार को उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट ने चुनाव आयोग को तीन-तीन वैकल्पिक चिह्न और नाम दिए थे. जिसके बाद चुनाव आयोग ने इन चिह्नों और नामों की पड़ताल की. निर्वाचन आयोग ने धार्मिक अर्थों का हवाला देते हुए शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुट के लिए त्रिशूल और गदा को चुनाव चिह्न के रूप में आवंटित करने से इनकार कर दिया. चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को कल 11 अक्टूबर तक 3 नए प्रतीकों की एक सूची देने के लिए कहा. 

पार्टी में चल रहे विवाद के बीच चुनाव आयोग ने बीते शनिवार (8 अक्टूबर) को शिवसेना का तीर-कमान का चुनाव चिह्न फ्रीज कर दिया था. आयोग ने आगामी 3 नवंबर को अंधेरी (पूर्व) विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में दोनों दलों पर पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह ‘तीर-कमान’ का उपयोग करने पर रोक लगा दी थी.

इसके बाद चुनाव आयोग (ECI) ने दोनों गुटों से अपने-अपने दल के लिए तीन-तीन नए नाम और चुनाव चिह्न के बारे में बताने को कहा था. ठाकरे गुट की ओर से चुनाव आयोग को ‘त्रिशूल’, ‘मशाल’ और ‘उगता सूरज’ के सिंबल दिए गए थे. साथ ही दल के नाम के तौर पर ‘शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे)’, ‘शिवसेना (प्रबोधनकर ठाकरे)’ या ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)’ के विकल्प दिए थे.