नईदिल्ली I दिल्ली में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अक्टूबर महीने के पहले 5 दिन में ही 300 से ज्यादा नए मामले सामने आए. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल सितंबर के अंत तक डेंगू के 937 मामले दर्ज किए गए थे. अब नगर में वेक्टर जनित बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़कर 1,258 हो गई. वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि शहर के सभी अस्पतालों से 10-15 फीसदी बिस्तर डेंगू के मरीजों के लिए आरक्षित रखे जाएं. साथ में यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया कि बिस्तरों की कमी के चलते किसी भी मरीज को भर्ती करने से मना नहीं किया जाए.
इस साल 5 अक्टूबर तक दर्ज कुल 1,258 मामलों में से 937 मामले सिर्फ सितंबर में दर्ज किए गए थे. अक्टूबर के पहले पांच दिन में 321 नए मामले सामने आए. रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल पांच अक्टूबर तक मलेरिया के 153 और चिकनगुनिया के 28 मामले सामने आए हैं. निगम ने कहा है कि वह डेंगू के प्रसार पर काबू के लिए अभियान चला रहा है.
खाली बिस्तरों पर डेंगू के मरीजों को भर्ती किया जाए
वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बयान में कहा गया है कि सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और स्थिति पर नजर रखे हुए है. अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने यहां 10-15 प्रतिशत बिस्तरों को वेक्टर जनित रोग के मरीजों के लिए आरक्षित करें और यह सुनिश्चित करें कि बिस्तर की कमी के कारण किसी भी मरीज को भर्ती करने से इनकार नहीं किया जाए. एक बयान में सिसोदिया के हवाले से कहा गया है कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान अस्पतालों में कोविड संक्रमितों के लिए आरक्षित बिस्तरों पर भर्ती मरीजों की संख्या कम हुई है. इसके मद्देनजर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने अस्पतालों से कहा है कि खाली बिस्तरों पर डेंगू के मरीजों को भर्ती किया जाए.
सिसोदिया ने कहा कि मौसम की मौजूदा स्थिति वेक्टर जनित बीमारियों के संचरण के लिए अनुकूल है. उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अस्पतालों में मरीजों को इलाज मुहैया कराने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं.
10 माह के आंकड़े ने तोड़ा 5 साल का रिकॉर्ड,
एक जनवरी से पांच अक्टूबर की अवधि के दौरान दर्ज मामलों की यह संख्या 2017 के बाद से सबसे ज्यादा है. इससे पहले 2016 में यह संख्या 2,564 थी. 2015 में, दिल्ली में बड़े पैमाने पर डेंगू का प्रकोप देखा गया था और अक्टूबर में मामलों की संख्या 10,600 से अधिक हो गई थी. इस साल अब तक इस बीमारी से किसी की मौत होने की खबर नहीं है.