नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार समेत अन्य लोगों पर आरोप तय कर दिए हैं। सुशील कुमार और 17 अन्य लोगों के खिलाफ कई मामलों में आरोप तय किए हैं। दिल्ली की एक अदालत ने जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्या मामले में ओलंपियन सुशील कुमार सहित 18 पर हत्या, हत्या के प्रयास, दंगा, गैरकानूनी विधानसभा और अन्य धाराओं के तहत आपराधिक साजिश रचने के आरोप तय किए हैं। कोर्ट ने 2 फरार आरोपियों के खिलाफ भी आरोप तय किए हैं।
यह था मामला
सुशील कुमार और उसके साथियों ने संपत्ति विवाद को लेकर चार मई की रात को छत्रसाल स्टेडियम में सागर धनखड़ और उनके दो दोस्तों सोनू महल और अमित कुमार के साथ मारपीट की और बाद में सागर की हत्या कर फरार हो गए थे। पुलिस ने सुशील पर एक लाख रुपये का इनाम रख दिया था।
23 मई 2021 को उसे मुंडका से गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत ने शुरू में उसे दस दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था, जिसे चार दिन और बढ़ा दिया गया था। इसके बाद दो जून को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इन विवादों से रहा सुशील का नाता
ओलंपिन सुशील कुमार पहली बार साल 2017 में विवादों में आए थे। उस साल वो साल 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाई कर गए थे लेकिन इसी बीच उनका मुकाबला दिल्ली में प्रवीण राणा से हुआ, मुकाबले में सुशील कुमार जीते लेकिन उसके बाद उनके और प्रवीण राणा के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई थी। इसकी भी शिकायत पुलिस थाने में की गई लेकिन दोनों पहलवानों में झगड़ा होने की वजह से बात आई गई हो गई।
इससे पहले साल 2016 में हुए रियो ओलंपिक से पहले सुशील एक बार फिर विवाद में घिर गए थे। उस समय 74 किलो भार वर्ग में हिस्सा लेने वाले पहलवान नरसिंह यादव ने उनपर डोपिंग में खुद को फंसवाने का आरोप लगा दिया था, उस साल सुशील चोट के कारण ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा ही नहीं ले सके थे। इसके बाद नरसिंह यादव ने उस ओलंपिक में हिस्सा लिया था और देश के लिए पदक जीतकर लौटे थे।