छत्तीसगढ़

आधार और DBT हमारी सरकार की योजनाएं… चिदंबरम के दावे पर बिफरी BJP

नईदिल्ली I अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत के आधार और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) की तारीफ की थी. अब इसको लेकर राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने इसको लेकर दावा किया कि दोनों ही योजनाएं यूपीए सरकार में लाई गईं थीं. अब केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक दिन कांग्रेस कोरोना वैक्सीन, कर्तव्य पथ और नए संसद भवन के लिए क्रेडिट का दावा करेगी.

बीजेपी के कई नेताओं ने चिदंबरम के दावे पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस नेता जिस तर्क के आधार पर इन योजनाओं की सफलता का श्रेय ले रहे हैं उसी तरह क्या उनकी पार्टी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों का भी श्रेय लेगी क्योंकि इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहते समय कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था. चिदंबरम ने ट्वीट किया, भाजपा की ओर से डीबीटी और आधार का श्रेय लेने से पहले कृपया इसे याद करिये कि इन्हें कब शुरू किया गया था. आधार की शुरुआत 28 जनवरी, 2009 को को गई थी. डीबीटी को एक जनवरी, 2013 को शुरू किया गया था. दोनों कार्यक्रम यूपीए ने शुरू किए थे.

चिदंबरम के दावे पर बिफरी बीजेपी

इस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने संसद में दिए चिदंबरम के एक भाषण का वीडियो साझा किया जिसमें पूर्व वित्त मंत्री ने डिजिटल लेनदेन पर नरेंद्र मोदी सरकार के जोर देने को लेकर सवाल किया था. यादव ने कहा, हैरान करने वाली बात है कि यह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने संसद में डिजिटल इंडिया का मजाक बनाया था और वह अब कैसे डीबीटी और आधार का श्रेय लेंगे ? भाजपा आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने तंज कसते हुए कहा कि चिदंरबम जिस तर्क के आधार पर इन योजनापर ओं की सफलता का श्रेय ले रहे हैं उस आधार पर क्या उनकी पार्टी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों का भी श्रेय लेगी क्योंकि इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहते समय कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था.

गरीबी का भी श्रेय ले कांग्रेस- हरदीप सिंह पुरी

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसे विडंबना बताते हुए कहा कि कांग्रेस अब योजना की सफलता का श्रेय ले रही है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब कांग्रेस के भीतर ही कई लोग आधार योजना पर संदेह जता रहे थे. इस सरकार के लोगों में आत्मविश्वास की कमी थी. 2017 में इसे ‘बेशर्म’ और 2018 में ‘पहेली’ करार दिया था. लेकिन अब वे इसमें हिस्सा चाहते हैं. किरेन रिजिजू ने चिदंबरम के दावे का जवाब दिया और कहा कि पीएम मोदी के सबका साथ ने डीबीटी की सफलता का नेतृत्व किया. जन धन खातों के खुलने से यह सुनिश्चित हो गया कि पैसा उन लोगों के पास जाए जिन्हें इसकी जरूरत है. रिजिजू ने ट्वीट किया कि यह कांग्रेस की गरीब विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. वे एक परिवार के नाम पर योजनाओं का नाम लेते हैं लेकिन लोगों के लाभ के लिए काम नहीं करते हैं.