नईदिल्ली I कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए सोमवार को वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हुई. इस बीच पार्टी के नेता जयराम रमेश ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे को पार्टी का ऑफिशियल कैंडिडेट बताने वाली अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया हैं. उन्होंने कहा है कि पार्टी में रिमोट कंट्रोल जैसी कोई चीज नहीं है. साल 2017 में राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बने रहने से इनकार कर दिया था जिसके बाद सोनिया गांधी अस्थायी रूप से पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सहमत हुई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक जयराम रमेश ने कहा कि, “राहुल गांधी ने भी कर्नाटक में इस सवाल का जवाब देते हुए इसे खारिज कर दिया था. इस तरह के बयान कांग्रेस पार्टी के आलोचकों की तरफ से दिए जाते हैं.” उन्होंने कहा, दो सक्षम व्यक्ति चुनाव लड़ रहे हैं और 9,000 प्रतिनिधि अपनी पसंद से चुनाव करेंगे. प्रक्रिया की निगरानी की जा रही है. इसे स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव रखने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. हम स्वतंत्र चुनाव प्राधिकरण वाली एकमात्र पार्टी हैं.
शशि थरूर के दावों पर क्या बोले जयराम रमेश
वहीं शशि थरूर के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि “कोई समान अवसर नहीं है”, रमेश ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया जिसमें कोई पक्षपात नहीं” हो.
इससे पहले पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में मल्लिकार्जुन खरगे को गांधी परिवार का ऑफिशियल उम्मीदवार बताने पर विरोधी दलों को सोमवार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पार्टी के पारदर्शी आंतरिक चुनाव ने उनसे वंशवाद का मुद्दा छीन लिया है. वडिंग ने कहा कि अध्यक्ष पद के दूसरे उम्मीदवार शशि थरूर तक ने चुनाव की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल नहीं उठाया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अध्यक्ष लोकतांत्रिक रूप से चुना जा रहा है. उन्होंने विरोधी दलों से कहा कि वे भी कांग्रेस की ही तरह संगठनात्मक चुनाव कराएं. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय और प्रदेश दफ्तरों में बनाए गए मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए. इस चुनाव में खरगे और थरूर आमने-सामने हैं. इसके नतीजे 19 अक्टूबर को आएंगे.