नईदिल्ली I दिल्ली के शराब घोटाले पर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच जंग छिड़ी हुई है। भाजपा का दावा है कि शराब घोटाले में दिल्ली सरकार ने भ्रष्टाचार किया है और इस मामले में मनीष सिसोदिया के खिलाफ ठोस सबूत हैं। लेकिन इन कथित ठोस सबूतों के बाद भी सिसोदिया को अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। कांग्रेस को इसमें एक साजिश दिखाई पड़ रही है। कांग्रेस नेता मनीष सिसोदिया पर जांच को अंतिम रूप में पहुंचाने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल और गृह मंत्रालय से अपील करेंगे। इसके बारे में अगले तीन से चार दिनों के बीच रणनीति तैयार कर ली जाएगी।
कांग्रेस नेताओं का मानना है कि दिल्ली के शराब घोटाले में कुछ मामले बेहद गंभीर हैं और ये पहली दृष्टि में ही अपराध को साबित करते हैं। जैसे शराब व्यवसायियों का कमीशन दो फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किया जाना और बोली में भाग लेने वाली कंपनियों के शुल्क को नियमों से उलट जाकर माफ करना यह बताने के लिए काफी है कि इस मामले में नीतियों में भ्रष्टाचार हुआ है। इन आरोपों की गंभीरता को देखते हुए भी मनीष सिसोदिया को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। कांग्रेस इसमें एक साजिश देख रही है।
गिरफ्तारी क्यों नहीं?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनावों के समय ही सभी इस बात को जान रहे थे कि इस मामले में भ्रष्टाचार हुआ है। दिल्ली के हर व्यक्ति को यह पता है कि लाइसेंस देने के लिए भारी भ्रष्टाचार हुआ है। लेकिन इसके बाद भी अब तक सिसोदिया को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी करने की बजाय सिसोदिया को सड़कों पर नौटंकी करने की अनुमति दी गई। उनके नेता सिसोदिया को भगत सिंह करार दे रहे हैं। संदीप दीक्षित ने सिसोदिया को भगत सिंह बताने का कड़ा विरोध किया और कहा कि यह देश के वीर शहीदों का अपमान है। आम आदमी पार्टी को इस बयान को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिसोदिया पर कार्रवाई के लिए उपराज्यपाल और गृह मंत्रालय से अपील करेगी।