छत्तीसगढ़

कप सिरप मामले में गाम्बिया ने भारत को सौंपी जांच रिपोर्ट, कहा- दोषियों को मिले सख्त सजा

नईदिल्ली I हरियाणा स्थित मेडेन फार्मास्युटिकल्स (दवा बनाने वाली कंपनी) पर आरोप है कि उसके बनाए गए कफ सिरप का सेवन करने से गाम्बिया में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई. डब्ल्यूएचओ ने एक मेडिकल अलर्ट जारी किया था. गाम्बिया ने अपनी जांच को भारत के साथ साझा करते हुए अपील की है कि इस फर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है.

सूत्रों ने कहा कि गाम्बिया की राजधानी बंजुल के अधिकारी भी अंतरराष्ट्रीय अपराध को देखते हुए इंटरपोल के संपर्क में हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इंवेस्टिगेशन टीम की सिफारिशों के आधार पर इंटरपोल के माध्यम से कार्रवाई का फैसला किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम भारत से सहयोग के प्रति आश्वस्त हैं. दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध हैं. गाम्बिया में भी काफी बड़ा भारतीय समुदाय है.

गाम्बिया में भी चल रही है जांच

गाम्बिया के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज वेबसाइट को बताया कि हमारी जांच अभी भी चल रही है और कई एजेंसियां ​​​​शामिल हैं. यह कहना जल्दबाजी होगी कि इसका जिम्मेदार कौन है ? क्योंकि हमारी जांच अभी चल रही है. घटना को लेकर गाम्बिया में काफी गुस्सा है और लोग हर जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हम इसकी तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं.

भारत से संपर्क में है गाम्बिया अधिकारी

यह पूछे जाने पर कि क्या बंजुल में अधिकारी नई दिल्ली में अपने समकक्ष के संपर्क में हैं. अधिकारी ने कहा कि हम भारतीय एजेंसियों के संपर्क में हैं और जानकारी नियमित रूप से साझा की जा रही है. जैसे ही जांच पूरी होगी और दोषियों का पता चलेगा पूरी जानकारी भारत के साथ साझा की जाएगी. अधिकारियों से पूछा गया कि क्या दोषियों पर गाम्बिया में मुकदमा चलाया जाएगा ? यह दोनों देशों के बीच राजनीतिक स्तर पर तय किया जाने वाला मामला है.

WHO ने किया था अलर्ट

इस महीने की शुरुआत में डब्ल्यूएचओ ने एक मेडिकल अलर्ट जारी किया था जिसमें पाया गया था कि हरियाणा स्थित मेडेन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित कफ सिरप के कारण गाम्बिया में कथित तौर पर 60 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बाद में डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट की जांच के लिए चार सदस्यीय पैनल का गठन किया और हरियाणा सरकार ने कंपनी के उत्पादन पर पूर्ण रोक का आदेश दिया.