छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : 15 साल तक चरवाहा बनकर छिपा रहा हत्यारा, बुआ का मर्डर कर 2008 से था फरार; झारखंड के गुमला से हुई गिरफ्तारी

जशपुर I जशपुर सिटी कोतवाली पुलिस ने हत्या के मामले में 15 साल से फरार चल रहे स्थायी वारंटी को गुरुवार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी साल 2008 से वारदात को अंजाम देकर फरार था। वह नाम बदलकर झारखंड के गुमला जिले में रह रहा था।

सिटी कोतवाली थाना प्रभारी रविशंकर तिवारी ने बताया कि ग्राम छोटा गलौडा निवासी दोनातुस मिंज (45 वर्ष) ने आरोपी सजीवन खलखो उर्फ फिसोहा (40 वर्ष) के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। आरोपी ग्राम चैली टांगरटोली (लोदान चौकी क्षेत्र) का रहने वाला था, जिसने शराब के नशे में अपनी बुआ करलीना खेस की हत्या कर दी थी और फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत केस दर्ज किया था। पिछले 15 सालों से वो फरार चल रहा था।

पुलिस ने मृतका करलीना खेस की हत्या के मामले में चालान 6 मई 2008 को पेश किया था। वहीं आरोपी के लगातार फरार रहने पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय जशपुर ने उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था। आरोपी झारखंड के गुमला जिले में नाम बदलकर रह रहा था। उसे पकड़ने के लिए पुलिस लंबे समय से कोशिश कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस की विशेष टीम गठित की गई।

टीम में थाना सिटी कोतवाली जशपुर के सहायक उप निरीक्षक ईश्वर वारले, प्रधान आरक्षक वितीन राम, प्रधान आरक्षक मिथिलेश यादव, आरक्षक बंसत खुंटिया, आरक्षक हेमंत कुजूर, आरक्षक शोभनाथ शामिल थे। उन्हें झारखंड के लिए रवाना किया। आरोपी को घेराबंदी कर ग्राम कुटरूंगी थाना डुमरी जिला गुमला (झारखंड) से गिरफ्तार कर लिया गया। वो वहां नाम बदलकर चरवाहे का काम कर रहा था। गिरफ्तारी के बाद उसे थाना जशपुर लाया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।