नईदिल्ली I देश में कोरोना का खतरा फिर से बढ़ने लगा है. ओमिक्रॉन वेरिएंट के नए सब वेरिएंट एक्स बीबी और bf.7 के केस बढ़ रहे हैं. देश में अभी तक एक्स बीबी के 70 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं. इस वेरिएंट की वजह से सिंगापुर, चीन और अमेरिका में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी एक्स बीबी स्ट्रेन को लेकर अलर्ट जारी कर चुका है. WHO का कहना है कि इस वेरिएंट की वजह से कुछ देशों में कोविड की नए लहर आ सकती है.
भारत के भी कई राज्यों में इस वेरिएंट के संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. अकेले महाराष्ट्र में ही अभी तक 18 से ज्यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं. इसके अलावा ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में भी एक्स बीबी के केस सामने आ रहे हैं. इसको देखते हुए जीनोम सीक्वेंसिंग भी बढ़ा दी गई है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि कोई महीनों में ये वेरिएंट ओमिक्रॉन के अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल सकता है. इस खतरे को देखते हुए WHO ने सभी देशों से वायरस की पहचान के लिए ट्रेसिंग, ट्रेकिंग और जीनोम जांच को बढ़ाने की सलाह दी है.
फिलहाल राहत की बात यह है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि ओमिक्रॉन के ये नए वेरिएंट तेजी से फैल जरूर सकते हैं, लेकिन इससे कोविड वायरस की गंभीरता में कोई बदलाव नहीं होगा. यानी, संक्रमित हो रहे मरीजों में हल्के लक्षण ही मिलेंगे, लेकिन बुजुर्ग और पुरानी बीमारी से पीड़ित मरीजों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी है. वहीं, भारत में भी अभी एक्स बीबी वेरिएंट के मरीजों में हल्के लक्षण ही मिल रहे हैं. लोगों में ये चार लक्षण प्रमुखता से देखे जा रहे हैं.
ये हैं एक्स बीबी वेरिएंट के लक्षण
सीडीसी के मुताबिक, एक्स बीबी वेरिएंट के लक्षण फिलहाल ओमिक्रॉन के अन्य वेरिएंट्स जैसे ही हैं. इनमें लोगों को खांसी, जुकाम, सिरदर्द और सुनाई कम देना और हल्का बुखार शामिल है. वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अजय कुमार का कहना है कि लोगों को इन लक्षणों के दिखने पर कोविड टेस्ट करा लेना चाहिए.
दुनियाभर में बढ़ रहे हैं केस
एक्स बीबी वेरिएंट के अलावा BA.5. BA2.75, BA.5.17 और BF.7 के केस भी सामने आ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कई देशो में एक्सबीबी वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि इस वेरिएंट से गंभीरता होने की आशंका नहीं है. ओमिक्रॉन के अन्य कई वेरिएंट भी हैं, जो कोविड के मामले बढ़ा सकते हैं, लेकिन मरीजों में लक्षण सामान्य ही रहने की उम्मीद है. हालांकि ये जरूरी है कि लोग कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करें.