नईदिल्ली I अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया है. इस माइक्रो ब्लॉगिंग साइट की कमान संभालने के बाद ट्विटर के नए बॉस ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है,’लेट द गुड टाइम्स रोल (अच्छे समय आने दें)’. दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति मस्क ने 44 अरब अमेरिकी डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण किया है. इस सौदे को पूरा करते ही उन्होंने ट्विटर के भारतीय मूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पराग अग्रवाल और कानूनी मामलों की शीर्ष अधिकारी विजया गड्डे को पद से हटा दिया.
मस्क ने ट्विटर को खरीदने के 44 अरब अमेरिकी डॉलर के करार को गुरुवार को पूरा किया. सौदा पूरा होने के बाद मस्क ने ट्वीट किया, ‘पंछी आजाद हो गया.’ ट्विटर को खरीदने के बाद इधर मस्क ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट का सफाई अभियान शुरू कर दिया है और इसकी शुरुआत कम से कम चार कार्यकारी अधिकारियों को नौकरी से हटाकर की गई है.
मस्क के ट्विटर के इन 4 अधिकारियों को हटाया
ट्विटर के जिन अधिकारियों को हटाया गया है, उनमें अग्रवाल और गड्डे के अलावा मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल और जनरल काउंसिल सीन एजेट शामिल हैं. अग्रवाल को पिछले साल नवंबर में कंपनी के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद ट्विटर का सीईओ नियुक्त किया गया था. इसी के साथ वह आईआईटी से पढ़ाई कर शीर्ष कंपनियों की कमान संभालने वाले भारतीय मूल के सीईओ की सूची में शामिल हो गए थे.
आईआईटी बॉम्बे और स्टैनफॉर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके अग्रवाल ने एक दशक से अधिक समय पहले ट्विटर में नौकरी शुरू की थी. उस समय कंपनी में 1000 से भी कम कर्मचारी हुआ करते थे. पिछले साल ट्विटर के सीईओ नियुक्त किए गए अग्रवाल की मस्क के साथ सार्वजनिक और निजी रूप से कहा-सुनी हो गई थी. मस्क ने कंटेंट मॉडरेशन (ऑनलाइन सामग्री की निगरानी और छंटनी की प्रक्रिया) को लेकर हुए निर्णयों के मामले में गड्डे की भूमिका की भी सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी.
मस्क के ट्विटर खरीदने से कई लोग खुश तो कई नाराज
मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद से कई लोग खुश हैं तो कई नाराज. ट्विटर पर बोलने की आजादी देने के मस्क के दावे ने कई लोगों को इस नेतृत्व परिवर्तन से उत्साहित किया है. वे लोग ज्यादा खुश हैं, जिन्हें नियमों के उल्लंघन का हवाला देकर ट्विटर से प्रतिबंधित कर दिया गया था. भारत सोशल मीडिया कंपनियों के लिए सबसे बड़े बाजारों में से एक है और ट्विटर पर भी यह बात बखूबी लागू होती है. हालांकि ट्विटर का सरकार के साथ टकराव रहा है.
हाल में नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों की अनुपालन को लेकर भी सरकार और मंच आमने-सामने खड़े हो गए थे. वहीं, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर के स्वामित्व में हुए परिवर्तन को लेकर कहा, ‘सरकार के लिए यह मायने नहीं रखता कि कंपनी का मालिक कौन है. हमारे कानून और नियम सभी सोशल मीडिया मंचों पर लागू होते हैं, फिर चाहे कंपनी का मालिक कोई भी हो.’