नईदिल्ली I Twitter वेरिफिकेशन का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. पहले एलन मस्क ने साफ कर दिया है कि वेरिफिकेशन के लिए यूजर्स को अब 8 डॉलर का चार्ज देना ही होगा. बात यहीं खत्म नहीं होती, एलन मस्क को करीब 661 रुपए चार्ज देने के बाद आपको इस पर 18 फीसदी जीएसटी भी देना पड़ेगा. दरअसल आईटी सेवाओं (सॉफ्टवेयर) के लिए GST दर निर्धारित है. सभी प्रकार के आईटी सॉफ्टवेयर आपूर्ति के लिए जीएसटी दर 18% है. ट्विटर के अधिगृहण के बाद Elon Musk ने 8 डॉलर प्रति महीने वेरिफिकेशन फीस लगाने का फैसला किया है. हालांकि भारत में यह फीस थोड़ी कम हो सकती है.
Elon Musk के मुताबिक अलग-अलग देशों में आय के हिसाब से फीस तय की जाएगी. फीस वसूलने की शुरूआत एक सप्ताह में हो सकती है. इससे लोगों को ट्रोल और स्पैम से छुटकारा मिलेगा और ब्लू टिक (Blue Tick) वाले लोगों को सर्च, रिप्लाई, और मेंशन में प्राथमिकता मिलेगी और साथ ही उन्हें लंबे वीडियो और ऑडियो पोस्ट करने की सुविधा दी जाएगी. भारत में यह फीस 200 से 250 रुपए प्रति महीना हो सकती है.
बता दें कि भारत में ढाई करोड़ उपभोक्ता ट्विटर प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. भारत ट्विटर के लिए तीसरा सबसे बड़ा बाजार है. ट्विटर अपने वेरिफिकेशन प्रोसेस के दौरान किसी भी यूजर का अकाउंट वेरिफाई किया जाता है, और संभवत: इसके लिए अब लोगों को पैसे चुकाने पड़ेंगे. फिलहाल यह सुविधा सिर्फ वैकल्पिक है और अगर आपने इसके लिए खुद मांग की है तो एक प्रक्रिया के बाद आपका अकाउंट वेरिफाई होता है और आपके नाम के आगे ब्लू टिक लग जाता है.
यूजर्स को मिलती है ये सुविधा
ब्लू बैज के लिए करीब 5 डॉलर प्रति माह के किसी भी उत्पाद को लेकर मस्क अपनी अरुचि जगजाहिर कर चुके हैं. सिर्फ कुछ प्रभावशाली लोगों के अलावा किसी को यह आइडिया पसंद नहीं आया था और अब ट्विटर पर चर्चा का दौर यह है कि ट्विटर के नये मालिक सत्यापित ब्लू बैज के लिए उपयोगकर्ताओं से प्रति माह 20 डॉलर चार्ज करना चाहते हैं. जिसका यूजर्स की जेब पर पड़ेगा. फिलहाल मौजूदा ब्लू बैज वाले यूजर्स को अपने फोन में ट्विटर ऐप को कस्टमाइज करने का विकल्प मिलता है और कंपनी के आगामी फीचर आदि की सुविधा मिलती है.