नईदिल्ली I पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गुरुवार को बाल-बाल बच गए. उन पर जानलेवा हमला किया गया. इसके बाद से भारत में सियासत तेज हो गई है. बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इमरान खान पर हमले के बहाने देश के विपक्षी नेताओं पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमान ज्यादा सुरक्षित हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि पाकिस्तान की घटना भारत पर सवाल उठाने वालों के लिए आईना है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा, ‘पाकिस्तान में इमरान खान पर हमला हुआ है. इससे पता चलता है कि पाकिस्तान की जमीन सुरक्षित नहीं है. भारत में मुसलमान ज्यादा सुरक्षित हैं. पाकिस्तान में इमरान खान पर हमला इसका पुख्ता सबूत है. पाकिस्तान उन लोगों के लिए आईना है, जो भारत में मुसलमानों की सुरक्षा पर सवाल उठाते हैं.’
भारत सबके लिए बेहद सुरक्षित देश- नकवी
नकवी ने कहा कि अन्य देश की तुलना में भारत सबके लिए बेहद सुरक्षित देश है. यहां के मुसलमानों को धार्मिक, व्यक्तिगत और स्वैच्छिक स्वतंत्रता दी जाती है. उन्होंने कहा, ‘भारत को बदनाम करने वालों को सबक लेना चाहिए. भारत में मुसलमान ज्यादा सुरक्षित हैं. पाकिस्तान में इमरान खान पर हमला इसका पुख्ता सबूत है.’ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में विरोध मार्च के दौरान दो बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर फायरिंग कर दी थीं.
इमरान खान पर जानलेवा हमला
इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक घायल हो गए. घटना गुरुवार शाम की है, जब इमरान खान एक रैली को संबोधित करते हुए इस्लामाबाद की ओर जा रहे थे. पूर्व प्रधानमंत्री जल्द चुनाव की मांग को लेकर इस्लामाबाद तक लंबे मार्च का नेतृत्व कर रहे थे. इस दौरान बंदूकधारी ने खान को ले जा रहे ट्रक पर गोली चला दी, जिससे खान के पैर में गोली लग गई थी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया.
हमले के बावजूद विरोध मार्च जारी रखने का संकल्प
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बावजूद सरकार पर जल्द चुनाव कराने का दबाव बनाने के लिए अपना राजनीतिक संघर्ष जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उनकी पार्टी ने यह जानकारी दी. इमरान खान की पार्टी का दावा है कि यह इमरान खान की हत्या का प्रयास था.
खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के एक वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने आरोप लगाया कि यह हमला खान पर एक सुनियोजित हत्या का प्रयास था और वह बाल-बाल बच गए. हमला किसी नौ एम.एम. की पिस्तौल से नहीं बल्कि एक स्वचालित हथियार से किया गया.