छत्तीसगढ़

ईडी दफ्तर पहुंचे सीएम सोरेन, बोले- आदिवासियों की भलाई करने वाली सरकार गिराने की साजिश

Hemant Soren

रांची। झारखंड के बहुचर्चित अवैध खनन मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन आज रांची स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें 17 नवंबर को पेश होने का समन भेजा था। ईडी उनसे पूछताछ कर बयान दर्ज कर सकता है। सीएम सोरेन ने ईडी दफ्तर जाने के पूर्व मीडिया को संबोधित किया। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है। 

सीएम सोरेन ने ईडी दफ्तर जाने के पूर्व मीडिया को संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा, ‘आज मुझे ED के दफ्तर में जाना है। राज्य में अवैध खनन की जांच ED कर रही है। उस संदर्भ में मुझे तलब किया है। इस संबंध में मैंने एक पत्र ED को भेजा है कि किस प्रकार से 1000 करोड़ के घोटाले का जो जिक्र साहेबगंज जिले से आया है वो दुर्भाग्यपूर्ण है।’ इसके साथ ही सोरेन ने आरोप लगाया कि आदिवासियों की भलाई करने वाली उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिशकर्ता राज्य की मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने पर आमादा हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि हम आदिवासियों को इतना मजबूत करेंगे कि बाहर से आने वालों को बाहर कर दिया जाएगा।’

ईडी दफ्तर की कड़ी सुरक्षा, आसपाल बल तैनात
मुख्यमंत्री सोरेन रांची में ईडी के दफ्तर पहुंचें।  रांची के एसपी अंशुमन कुमार ने कहा कि हम सारी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कदम उठा रहे हैं। हर हालत में हालात नियंत्रण में रखे जाएंगे।रांची के कलेक्टर ने बताया कि शहर के मोराबादी मैदान से रातू, सहजानंद चौक, हरमू, अरगोड़ा चौक, बिरसा चौक, हीनू चौक आदि जगहों पर पर्याप्त फोर्स तैनात की गई है। बैरिकेड्स लगाए गए हैं। जहां भी जरूरी हुआ ट्रैफिक डायवर्जन किया गया, खासकर एयरपोर्ट रूट पर।  

पत्नी कल्पना सोरेन व पिता शिबू सोरेन के नाम चर्चा में
उधर, सोरेन से ईडी की पूछताछ व भावी कार्रवाई को लेकर रांची में सियासी हलचल तेज हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि कोई विपरीत परिस्थिति पैदा हुई तो उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी यानी नया सीएम कौन होगा?  रांची में कल सत्तारूढ़ दल झामुमो के विधायकों की बैठक हुई थी। इसके बाद से सियासी अटकलों का बाजार गर्म है। कहा जा रहा है कि यदि ईडी ने पूछताछ के बाद सीएम के खिलाफ कोई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की या उन्हें हिरासत में लेने जैसा कोई कदम उठाया तो तत्काल उनके सियासी उत्तराधिकारी को सरकार बागडोर सौंपी जा सकती है। उत्तराधिकारी के रूप में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और पिता शिबू सोरेन के नाम चर्चा में हैं। सीएम पत्नी कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री के साथ इन दिनों सक्रिय रूप से नजर आती हैं। मंगलवार को झारखंड के स्थापना दिवस कार्यक्रम में भी वे मंचासीन थीं।