नईदिल्ली I Meta के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने हाल ही में 11,000 लोगों को नौकरी से निकाला है। इस छंटनी को लेकर मार्क ने माफी भी मांगी है और अब खुद मार्क जकरबर्ग के इस्तीफे की खबर है। रिपोर्ट के मुताबिक मार्क जकरबर्ग अगले साल यानी 2023 में इस्तीफा दे सकते हैं। कहा जा रहा है कि लगातार फेल हो रहे कंपनी के प्रोजेक्ट के बाद बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है, हालांकि मार्क जकरबर्ग के इस्तीफे की रिपोर्ट को मेटा के प्रवक्ता ने खारिज कर दी है। मेटा के कम्युनिकेशन हेड एंडी स्टोन ने इस्तीफे की रिपोर्ट को अफवाह बताया है।
द लीक नाम की वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में मार्क जकरबर्ग के कंपनी छोड़ने का दावा किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्क जकरबर्ग ने मेटावर्स (metaverse) प्रोजेक्ट पर पानी की तरह पैसा बहाया, लेकिन रिजल्ट नहीं आ रहे। इसके अलावा कंपनी को लगातार नुकसान भी हो रहा है। मार्क जकरबर्ग के VR प्रोजेक्ट का भी बाजार से कुछ खास रेस्पॉन्स नहीं मिल रहा है।
इससे पहले पिछले महीने फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मेटा के निवेशक अब मार्क जकरबर्ग पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। मेटा में निवेश करने वालों की संख्या अब दोगुनी से भी कम हो गई है। यह सब ब्रैड गेर्स्टनर के एक ओपन लेटर के बाद सामने आया है जिसका फंड अल्टीमीटर कैपिटल सैकड़ों मिलियन डॉलर के मेटा शेयरों का मालिक है।
कहा जा रहा है कि मेटावर्स जैसे प्रोजेक्ट के फेल होने और निवेशकों के जाने के बाद मार्क जकरबर्ग खुद को जवाबदेह ठहराने वाले हैं। मेटावर्स के कारण मेटा का स्टॉक 70% से अधिक गिरा है, हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि मार्क का इस्तीफा सिर्फ एक पीआर स्टंट है।